जानें बुध गोचर की अवधि में किन राशियों के जातक रहें सतर्क-

ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह  शुक्र की राशि वृषभ में 07 जून को प्रवेश कर चुके हैं। बुध के शुक्र राशि में आने का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशि के जातकों के लिए यह गोचर लाभकारी  साबित होगा जबकि कुछ राशि के जातकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जानें शुक्र वृषभ राशि में 07 जुलाई तक विराजमान रहेंगे। जानें इस अवधि में किन राशियों के जातक रहें सतर्क-

मेष राशि- बुध का वृष राशि में गोचर मेष राशि के जातकों के लिए अशुभ परिणाम लेकर आएगा। इस वजह से जातकों का जीवनसाथी से विवाद होगा और घर में परेशानियां बढ़ेंगी। आपको पैसों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिससे आप असुरक्षा की भावना महसूस कर सकते हैं। करियर में आपको असफलता का सामना करना पड़ सकता है। दफ्तर में टारगेट पूरा करने में आपको दिक्कत महसूस हो सकती है। आप मानसिक तनाव में रहेंगे।

मिथुन राशि- इस राशि के लोग कार्यक्षेत्र में आत्मविश्वास और प्रेरणा की कमी महसूस करेंगे। आपके खर्चे भी पहले से ज्यादा बढ़ सकते हैं। मुमकिन है कि व्यापार में भाग्य आपका साथ न दे और आपको नुकसान उठाना पड़े। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आपको बैंक से कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।

कर्क राशि- बुध गोचर के प्रभाव से करियर में आपको थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। साथ ही अगर आप मेहनत करते हैं तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। कार्यक्षेत्र में आपको नए अवसर प्राप्त होंगे और अगर आप इन अवसरों का सही उपयोग करते हैं तो आपको कोई बड़ा लाभ मिलेगा। जिन लोगों का अपना व्यवसाय है, उन्हें भी समझदारी भरे फैसलों से लाभ हो सकता है। बाकी सब ठीक हो जाएगा।

सिंह राशि- स्वास्थ्य की दृष्टि से बुध का यह गोचर आपके लिए परेशानी भरा रहेगा। इस समयावधि में आपको स्किन एलर्जी और गले से संबंधित रोग हो सकते हैं। आपको खांसी-जुकाम की शिकायत भी हो सकती है। करियर में औसत प्रगति देखने को मिल सकती है। आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है। व्यापार में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है।

वृश्चिक राशि– जून में होने वाले बुध के गोचर में वृश्चिक राशि के जातकों को भाग्य का साथ मिलता नजर नहीं आ रहा है। आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है। कार्यस्थल पर सीनियर्स और सहकर्मियों से आपके संबंध बिगड़ सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा का शिकार होना पड़ सकता है। अपेक्षित परिणाम न मिलने से मन में निराशा फैल सकती है। आपको अपने निवेश में नुकसान उठाना पड़ सकता है।

Back to top button