जानें क्या है उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग का अंतिम लक्ष्य…
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उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन का कहना है कि उनके देश का अंतिम लक्ष्य दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु शक्ति बनना है। वो अपने देश के लिए सबसे शक्तिशाली परमाणु हथियार हासिल करना चाहते हैं। किम जोंग ने यह बयान उत्तर कोरिया की सबसे बड़ी बैलिस्टिक मिसाइल के हालिया लॉन्च में शामिल दर्जनों सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए दिया। किम ने अमेरिका को सीधे चुनौती देते हुए कहा कि वह अपने देश और लोगों की गरिमा और संप्रभुता की मजबूती से रक्षा करना जानते हैं।
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स्थानीय सरकारी मीडिया ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के हवाले से कहा कि परमाणु बल का निर्माण राज्य और लोगों की गरिमा और संप्रभुता की मज़बूती से रक्षा करने के लिए है और इसका अंतिम लक्ष्य दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश और सदी में अभूतपूर्व पूर्ण बल का अधिकार हासिल करना है।
किम ने यह घोषणा देश की नई और अबतक की सबसे ताकतवर ह्वासोंग-17 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के परीक्षण के बाद सैन्य अधिकारियों को संबोधित करने हुए कही। किम का यह बयान सैन्य अधिकारियों को बढ़ावा देने के लिए माना जा रहा है। किम ने ह्वासोंग-17 को “दुनिया का सबसे मजबूत सामरिक हथियार” बताया और कहा कि यह उत्तर कोरिया के संकल्प और अंततः दुनिया की सबसे मजबूत सेना बनाने की क्षमता का प्रदर्शन करता है।
अपनी ताकत की तारीफ पर पढ़े कसीदे
किम ने कहा, “उत्तर कोरिया के वैज्ञानिकों ने बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु हथियार लगाने की तकनीक के विकास में एक अद्भुत छलांग लगाई है।” परीक्षण में शामिल वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, सैन्य अधिकारियों और अन्य लोगों के साथ फोटो खिंचवाते हुए किम ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि वे असाधारण रूप से तेज गति से देश के परमाणु निवारक का विस्तार और मजबूत करना जारी रखेंगे।