मथुरा में पानी की टंकी ढहने के मामले में योगी सरकार का बड़ा एक्शन

 मथुरा के घनी आबादी वाले क्षेत्र में पानी की टंकी ढहने से दो महिलाओं की मौत और अन्य के जख्मी होने के मामले में टंकी का निर्माण करने वाली 4 संस्थाओं के खिलाफ गैर इरादतन हत्या तथा अन्य आरोपों में मामला दर्ज कराया गया है। लखनऊ में जारी एक बयान में कहा गया कि मामले में तीन अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन ने मामले की जांच के लिये अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

घटना में 2 महिलाओं की मौत और 12 अन्य गंभीर घायल
मथुरा नगर कोतवाली क्षेत्र में बीएसए डिग्री कॉलेज के पीछे उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कॉलोनी कृष्णा विहार में स्थित पानी की टंकी रविवार शाम करीब 6 बजे अचानक ढह गई थी। जल निगम द्वारा निर्मित टंकी की क्षमता ढाई लाख लीटर थी। इस घटना में मलबे में दबकर दो महिलाओं की मौत हो गई थी तथा 12 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उत्तर प्रदेश जल निगम की निर्माण इकाई के मथुरा स्थित कार्यालय में अधिशासी अभियंता आर.के. श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि उन्होंने टंकी का निर्माण करने वाली चार संस्थाओं के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में रविवार देर रात मुकदमा दर्ज कराया है, क्योंकि निर्माण में लापरवाही बरती गई व खराब गुणवत्ता का निर्माण कार्य किया गया। उन्होंने इस मामले में तत्कालीन अधिकारियों को भी घटना के लिए पूरी तरह जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ भी विधिक कार्यवाही किए जाने की जरूरत बताई है।

पानी की टंकी ढहने के मामले में जांच समिति गठित
वहीं, जिलाधिकारी कार्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि टंकी के अचानक ढहने के मामले की तफ्तीश के लिए रविवार देर रात अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि इस समिति में आगरा स्थित जल निगम के नगरीय निर्माण मण्डल के अधीक्षण अभियंता, मथुरा के लोक निर्माण विभाग (प्रांतीय खंड) के अधिशासी अभियंता और मथुरा-वृन्दावन नगर निगम (निर्माण इकाई) के अधिशासी अभियंता को भी शामिल किया गया है। सूत्रों ने बताया कि यह समिति मामले की जांच कर एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। पानी की टंकी के ढहने की घटना में सुंदरी (65) और सरिता (27) नामक महिलाओं की मौत हो गयी। हादसे में गंभीर रूप से घायल नवाब (35) नामक व्यक्ति की हालत ज्यादा खराब होने के चलते उसे आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। शेष 11 घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, यह टंकी गंगाजल पेयजल परियोजना के तहत जल निगम द्वारा 6 करोड़ रुपये की लागत से 3 साल पहले ही बनवाई गई थी।

CM योगी के निर्देश पर मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी भी की गई है गठित
लखनऊ में जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मथुरा में रविवार को मथुरा पेयजल पुनर्गठन योजना ‘थ्रू गोकुल बैराज पार्ट-1′ के अन्तर्गत कृष्णा विहार कॉलोनी में पानी की टंकी के क्षतिग्रस्त होकर गिरने की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) द्वारा सोमवार को दोषी अधिकारियों व अनुबंधित फर्मों के विरूद्ध सख्त एक्शन लिया गया है। साथ ही मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी भी गठित की गई है। बयान के अनुसार सहायक अभियंता ललित मोहन, कनिष्ठ अभियंता बीरेन्द्र पाल एवं रविन्द्र प्रताप सिंह को निलंबित करते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त तत्कालीन सहायक अभियंता दिव्यांशु कुमार सिंह के विरूद्ध अनुशासनिक जांच के निर्देश दिए गए हैं।

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