कुमाऊं कमिश्नर को सुबह नहीं मिले पीआरडी जवान, दीपक रावत इस बात से नाराज
हल्द्वानी में खेल स्टेडियम में सुबह के समय पीआरडी जवान के ड्यूटी पर समय से नहीं आने पर कमिश्नर ने नाराजगी जतायी है। उन्होंने दो पीआरडी जवानों का एक दिन का वेतन रोकने के भी निर्देश दिया है। साथ ही बैडमिंटन कोर्ट में अन्य आयोजन करने पर भी उन्होंने नाराजगी जतायी है। खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए कमिश्नर आवास के गेट के सामने स्थित स्टेडियम का गेट खोलने के भी निर्देश दिए हैं।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत बृहस्पतिवार की सुबह नैनीताल रोड स्थित खेल स्टेडियम पहुंचे थे। उन्होंने नैनीताल रोड की ओर बनायी जा रही नाली और चारहदीवारी काम को देखा। इस दौरान उन्होंने देखा कि कुछ खिलाड़ी नैनीताल रोड की ओर से खुदी जगह को पार कर अंदर आ रहे हैं। वहीं स्टेडियम की सुरक्षा में तैनात पीआरडी जवान भी वहां नजर नहीं आए। जबकि खेल स्टेडियम में काफी खेल सामग्री और उपकरण रखे हुए हैं। इस दौरान एक जवान बिना ड्रेस का नजर आया। उन्होंने जब सुरक्षाकर्मियों का ड्यूटी रोस्टर देखा तो उसमें कहीं एंट्री ही नहीं थी।
जानकारी के अनुसार खेल विभाग में पांच पीआरडी जवान सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं। जिसमें से दो शाम और दो रात में ड्यूटी पर रहते हैं ओर एक सुबह के समय ड्यूटी पर रहता है। मगर सुबह कमिश्नर के पहुंचने पर एक पीआरडी जवान समय से पहले ही घर चला गया था, जबकि सुबह की ड्यूटी का जवान भी तय समय से देरी से पहुंचा। इस पर कमिश्नर ने जिला खेल अधिकारी और जिला युवा कल्याण अधिकारी को तलब किया। प्रभारी खेल अधिकारी वरुण बेलवाल को तीन दिन में कमिश्नर आवास के सामने बंद गेट को खोलने के निर्देश दिए। साथ ही बैडमिंटन हॉल में अन्य खेल न होने के लिए भी कहा। जबकि जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रतीक जोशी को पीआरडी जवानों का ड्यूटी चार्ट देखते के साथ ही दोनों पीआरडी जवानों का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिए है।
सुबह स्टेडियम गया था, वहां खिलाड़ी चारहदीवारी के लिए खोदी जगह को कूद कर पार करके अंदर आ रहे थे। इस पर बंद गेट को खोलने के निर्देश दिए हैं। ड्यूटी के दौरान समय से जल्दी जाने वाले और देरी से आने वाले दो पीआरडी जवानों का वेतन रोकने का भी निर्देश दिए हैं।
-दीपक रावत, कुमाऊं कमिश्नर