जानिए क्यों मनाया जाता है फाल्गुन अमावस्या…

हिंदू पंचांग के आखिरी मास फाल्गुन की शुरुआत 6 फरवरी सोमवार को चुकी है। हर मास कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या पड़ती है। हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। फाल्गुनी अमावस्या के दिन पूजा-पाठ और व्रत करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए उनका तर्पण करना चाहिए।

इस साल फाल्गुनी अमावस्या 20 फरवरी, 2023 को मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र नदी में स्नान, दान करने का विशेष महत्व है। अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ने के  कारण इसे सोमवती अमावस्या भी कहते हैं।

फाल्गुनी अमावस्या के दिन क्या करें- 

1. इस दिन पवित्र नदी में स्नान कर साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।

2. फाल्गुनी अमावस्या के दिन सूर्य देव को अर्घ्य दें और मोक्ष प्राप्ति के लिए  पितरों तर्पण करें।

3. अमावस्या के दिन भगवान शिव के मंदिर में दूध और शहद से अभिषेक करें।

4. इस दिन भगवान भोलेनाथ को काले तिल चढ़ाएं।

5. अमावस्या के दिन शाम के समय पीपल के पेड़ में सरसों के तेल का दीपक जलाकर उसकी 7 बार परिक्रमा करें।

6. गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करें।



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