जाने क्या है पीएम मोदी का अयोध्या भूमि पूजन कार्यक्रम का पूरा प्लान …

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेने अयोध्या पहुंचेंगे. राम की नगरी इस ऐतिहासिक मौके के लिए सज कर तैयार है, सारी सजावट और भूमि पूजन की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. सुरक्षा का खास प्रबंध किया गया है, साथ ही कोरोना संकट के कारण गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है. पीएम मोदी अपने अयोध्या दौरे पर करीब 3 घंटे तक रहेंगे, जिसमें मंदिर दर्शन, पूजा अर्चना कार्यक्रम शामिल हैं.

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा कार्यक्रम…

• 5 अगस्त सुबह करीब 9.35 दिल्ली से प्रस्थान

• 10:35 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंडिंग

• 10:40 बजे हेलिकॉप्टर से अयोध्या के लिए प्रस्थान

• 11:30 बजे अयोध्या के साकेत कॉलेज के हेलीपैड पर लैंडिंग

• 11:40 बजे हनुमानगढ़ी पहुंचकर 10 मिनट तक दर्शन-पूजन

• 12 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचने का कार्यक्रम

• 10 मिनट में रामलला विराजमान का दर्शन-पूजन

• 12:15 बजे रामलला परिसर में पारिजात का पौधारोपण

• 12:30 बजे भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ

• 12:40 बजे राम मंदिर की आधारशिला की स्थापना

• 02:05 बजे साकेत कॉलेज हेलीपैड के लिए प्रस्थान

• 02:20 बजे लखनऊ के लिए उड़ेगा हेलिकॉप्टर

• लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी कई बार जनसभा करने के लिए अयोध्या आए हैं, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं किए हैं. अब जब वो यहां आ रहे हैं तो सीधा मंदिर की नींव रखने के लिए ही आ रहे हैं. कोरोना संकट के कारण इस कार्यक्रम में काफी सख्ती बरती जाएगी, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क पहनना और लगातार सैनिटाइजेशन किया जाना है.

भूमि पूजन के कार्यक्रम के दौरान एक मंच बनाया जाएगा, जिसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी पटेल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, राम मंदिर ट्रस्ट के नृत्यगोपाल दास मौजूद रहेंगे. इसके अलावा कुल 175 विशिष्ट लोगों को न्योता भेजा गया है, जो कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे.

भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी न्योता भेजा गया है, साथ ही अन्य प्रमुख संतों को बुलाया गया है. सभी को मंगलवार रात तक ही अयोध्या पहुंचना होगा. मंगलवार को ही अयोध्या की सीमाएं सील कर दी जाएंगी. ट्रस्ट के पास इस खास मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों, मंदिरों और पवित्र स्थानों की मिट्टी, नदियों का जल पहुंचा है.FacebookTwitterWhatsAppEmailPrintShare

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