किसान नेता की हत्या का मामला: रायकोट पुलिस समय रहते पेश नहीं कर पाई चालान

विवाद अमना पंडोरी के प्रेम विवाह को लेकर शुरू हुआ था। डीसी नूरपुरा ने पहले गगनदीप कौर के साथ अमना की शादी में मदद की थी, लेकिन बाद में उसे अमना के खिलाफ भड़काने लगा।

2024 में दिवाली की रात हुए हाई प्रोफाइल मर्डर केस में रायकोट सिटी पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस की और से दर्ज कत्ल के मामले में मुख्य आरोपी भाकियू डकौंदा के जिला प्रधान जसप्रीत सिंह जस्सी ढट्ट को जिला अदालत से जमानत मिल गई है।

पिछले वर्ष एक नवंबर को किसान नेता अमना पंडोरी की गोलिया मारकर हत्या कर दी गई थी। रायकोट सिटी पुलिस द्वारा मुकदमे का चालान कोर्ट में 90 दिन के भीतर दाखिल करना था, लेकिन पुलिस इसमें असफल रही।

पुलिस की और से चालान देरी से पेश किए जाने के चलते जेल में बंद किसान यूनियन के जिला प्रधान जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी ढ्टट को जमानत मिल गई। लुधियाना में सेशन जज की और से जस्सी ढट्ट को जमानत दी गई जिसके बाद वो जेल से बाहर आ गया है। वहीं जमानत के आर्डर मिलने के कुछ ही घंटों बाद रायकोट पुलिस ने कोर्ट में चालान भी पेश कर दिया।

पुलिस के उच्च अधिकारी इस बात की जांच में जुट गए हैं कि कहीं रायकोट पुलिस की और से जानबूझ कर चालान पेश करने में देरी नहीं की। कत्ल गोली मारकर किया गया था और इसमें सीएफएल रिपोर्ट भी काफी समय पहले ही पुलिस के पास पहुंच चुकी थी। पुलिस को आरोपी की कोर्ट में लगाई गई जमानत याचिका की जानकारी भी थी, फिर भी ढील बरती गई जिसका फायदा सीधे तौर पर आरोपी जस्सी ढट्ट को मिला। वो महज तीन महीने के करीब जेल में रहने के बाद ही जमानत पर बाहर आ गया है।

वहीं मृतक अमन पंडोरी का परिवार आज लुधियाना एसएसपी देहात नवनीत बैंस से मिलने गया जहां उन्होंने थाना मुखी रायकोट की शिकायत की।

दिवाली की रात ललकार कर लड़ाई के लिए बुलाया था
एक नवंबर की रात रायकोट स्थित किसान जत्थेबंदी के दफ्तर में दानवीर सिंह चीना उर्फ डीसी नूरपुरा ने अमना पंडोरी के सर में गोली मारी थी। शिकायतकर्ता हरदीप सिंह के अनुसार पहली गोली मिस कर गई थी जिसके बाद जस्सी ढट्ट ने डीसी नूरपुरा को उकसाया कि सर में गोली मार। जस्सी ढट्ट के कहने पर डीसी नूरपुरा ने अमना पंडोरी के सर में गोली मार दी और उसकी मौके पर मौत हो गई

थाना सिटी रायकोट में अमना पंडोरी के भाई हरदीप सिंह पंडोरी के बयान पर पुलिस ने डीसी नूरपुरा व जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी ढट्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस ने जस्सी ढट्ट और डीसी नूरपुरा की पूछताछ के बाद मुकदमे में गग्गी, राजा, बूटा सिंह व जश्न को भी नामजद कर दिया था।

एसएसपी नवनीत सिंह बैंस खुद मानिटरिंग कर रहे थे और पकडे़ गए आरोपियों डीसी नूरपुरा व जस्सी ढट्ट से बकायदा रायकोट की जगह सीआईए स्टाफ में पूछताछ की गई थी।

ये था सारा विवाद
अमनदीप सिंह उर्फ अमना पंडोरी ने गांव तंलवडी राय की रहने वाली गगनदीप कौर के साथ प्रेम विवाह किया गया था। दोनों का विवाह करवाने में सबसे ज्यादा मदद डीसी नूरपूरा ने ही की थी। पहले प्रेम विवाह करवाने वाले डीसी नूरपुरा ने ही बाद में अमना का घर तोड़ने की कोशिश की और इंग्लैंड गई अमना की पत्नी गगनदीप कौर को भड़काने लगा। डीसी नूरपूरा ने गगनदीप कौर को बताया कि अमना के पास कोई घर,जमीन या जायदाद नहीं है और उसने अपनी जाति छुपाकर प्रेम विवाह करवाया है। गगनदीप कौर की और से सारी बात अपने पति अमना पंडोरी को बताने के बाद विवाद शुरू हुआ और इसका दर्दनाक अंत अमना के कत्ल से हुआ।

एसपी (डी) परमिंदर सिंह हीर ने जस्सी ढट्ट की जमानत पर हैरानी जताते हुए कहा कि इसकी जांच होगी। जांच में किसी भी पुलिस अधिकारी की लापरवाही या मिलीभगत सामने आती है तो हर हाल में कार्रवाई होगी।

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