मार्गशीर्ष अमावस्या पर रखें इन बातों का ध्यान

अमावस्या हिंदुओं के बीच बहुत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखती है। मार्गशीर्ष अमावस्या का अपना ही महत्व है। मृगशिरा नक्षत्र से सम्बंधित होने के कारण इस अमावस्या को मृगशिरा अमावस्या भी कहा जाता है। यह अमावस्या मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष के 15वें दिन पड़ती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ और दान करने से जीवन में संपन्नता आती है।

वहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ ऐसी बातें हैं, जिनका ध्यान जरूर रखना चाहिए, वरना जीवन में बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं, तो आइए उन विशेष बातों को जानते हैं।

मार्गशीर्ष अमावस्या पर रखें इन बातों का ध्यान (Margashirsha Amavasya 2024 Rules)

मार्गशीर्ष अमावस्या पर सुबह जल्दी उठना चाहिए।

मार्गशीर्ष अमावस्या पर गंगा स्नान जरूर करना चाहिए।

अमावस्या पर पितरों का पिंडदान करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।

इस दिन भगवान विष्णु और शिव जी की आराधना करनी चाहिए।

इस तिथि पर काले तिल का दान जरूर करना चाहिए, इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

अमावस्या के दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।

इस तिथि पर झूठ, ईर्ष्या और लालच करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह पूजा-पाठ, अनुष्ठान, जप और तप का दिन माना जाता है।

इस तिथि पर भोजन, गर्म कपड़े, तिल, गुड़, घी, आदि चीजों का दान करने से घर में बरकत आती है।

इस मौके पर ब्राह्मणों व गरीबों को भोजन खिलाना चाहिए।

इस दिन तुलसी पत्र, पीपल और बेलपत्र तोड़ने से बचना चाहिए।

इस दिन किसी भी प्रकार का शुभ व नया कार्य नहीं करना चाहिए।

इस दिन ज्यादा से ज्यादा तीर्थ स्थलों पर जाना चाहिए और पूजा करनी चाहिए।

इस दिन सात्विकता का पालन पूरी तरह से करना चाहिए।

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल (Margashirsha Amavasya 2024 Shubh Muhurat) 30 नवंबर, 2024 दिन शनिवार को सुबह 10 बजकर 29 मिनट से मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरूआत होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 1 दिसंबर, 2024 को रविवार को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर इस साल मार्गशीर्ष अमावस्या 1 दिसंबर, 2024 दिन रविवार को मनाई जाएगी।

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