KBC: चर्चित शो में नजर आईं यह जांबाज ऑफिसर, एक लाख के सवाल पर दिया जवाब

झांसी: कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म न सिर्फ बुंदेलखंड में हुआ बल्कि दुश्मनों को मात देने का हुनर भी उन्होंने झांसी में सीखा।

कर्नल सोफिया कुरैशी के जरिये पूरी दुनिया ने पाकिस्तान में आतंकी हरकतों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर का सच जाना। उनका जन्म न सिर्फ बुंदेलखंड में हुआ बल्कि दुश्मनों को मात देने का हुनर भी उन्होंने झांसी में सीखा। कर्नल सोफिया का झांसी के बबीना में प्रशिक्षण हुआ है। झांसी में बतौर मेजर पद पर तैनात रहीं।

कौन बनेगा करोड़पति का 17वां सीजन आ गया है, 15 अगस्त के स्वतंत्रता दिवस स्पेशल शो में भारतीय सशस्त्र बलों की सम्मानित अधिकारी जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वह नजर आईं। इस क्विज रियलिटी शो में भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी, भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय नौसेना की कमांडर प्रेरणा देवस्थली शामिल रही। तीनों ने क्विज में शामिल होने की वजह बताई।

एक लाख रुपए के सवाल पर कर्नल सोफिया ने कहा वह शो से जीती हुई रकम को इंडियन आर्मी सेंट्रल वेलफेयर फंड में योगदान के रूप में देंगी। विंग कमांडर व्योमिका ने ‘उम्मीद आशा किरण’ को देना चाहती हैं। नेवी कमांडर प्रेरणा देवस्थली ने कहा कि वह इस धनराशि को इंडियन नेवी वेलफेयर और वेलनेस को समर्पित करेगी। जिसका उद्देश्य पूरे नौसेना परिवार को सहयोग देना है। अमिताभ बच्चन ने खेल आगे बढ़ाते हुए एक लाख रुपये का सवाल पूछा।

‘जेम्स क्लियर द्वारा लिखी किस बेस्ट-सेलिंग पुस्तक का उपशीर्षक ‘टाइनी चेंजेज, रिमार्केबल रिजल्ट्स’ है?
A. फ्रीकोनॉमिक्स
B. थिंकिंग फास्ट एंड स्लो
C. एटॉमिक हैबिट्स
D. नज

इस सवाल के जवाब के तौर पर सभी ने विकल्प C एटोमिक हैबिट को चुना। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि उन्होंने यह किताब न सिर्फ पढ़ी है, बल्कि इसे अपने जीवन में उतारा है। विंग कमांडर व्योमिका ने कहा कि किताब उपदेश नहीं देती है, बल्कि हाथ पकड़कर आपको सिखाती है।
इसके बाद अमिताभ बच्चन के सवालों का सिलसिला बढ़ता गया और तीनों वीरांगनाओं ने हॉट सीट पर बैठकर एक-एक कर सही जवाब देते हुए 25 लाख रुपए की धनराशि जीती।

सुनाए यादगार किस्से
सोफिया ने बताया कि साल 2006 में वह संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत कॉन्गो में तैनात थीं। अचानक हालात बिगड़ गए। गोलियां चलने लगीं। मिलिशिया कब्रिस्तान में छिप गए। महिलाओं सहित कई लोग फंसे थे। टीम बनाने का समय आया तो सबसे पहले भारतीय अधिकारियों का नाम लिया गया। कर्नल ने बताया, उस दिन उन्हें एहसास हुआ कि शायद वह वापस न लौटें। उन्होंने छोटे फोन में अपनी मां के लिए संदेश रिकॉर्ड किया। जिंदा आऊंगी या तिरंगे में लिपटी। मिशन सफल रहा। उन्होंने सीखा कि इंडियन आर्मी दुनिया में सबसे बेहतरीन है।

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