कौशलराज शर्मा ने संभाला वाराणसी मंडलायुक्त का कार्यभार, डीएम का भी रहेगा अतिरिक्त प्रभार

कहा, वाराणसी सहित मंडल के सभी जिलों की समस्याओं को खत्म कराना होगी प्राथमिकता

सुरेश गांधी

वाराणसी : जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने सोमवार को वाराणसी के मंडलायुक्त का पदभार संभाल लिया है। बता दें, कौशल राज शर्मा के पास मंडलायुक्त की जिम्मेदारी के साथ ही जिलाधिकारी वाराणसी का भी अतिरिक्त प्रभार बना रहेगा। पदभार संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मंडल के जिलों में शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं का शत-प्रतिशत अनुपालन कराना ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कहा कि इस बारे में वह जिलों के अधिकारियों से बात करेंगे। जन सुविधा के लिए ई-गवर्नेंस कार्यक्रम को मजबूत कराने की कोशिश करेंगे, ताकि प्रमाणपत्र आदि के लिए गरीबों को परेशान न होना पड़े। इसके अलावा समय-समय पर जिलों में विकास कार्यों की समीक्षा भी करेंगे। उनका प्रयास होगा विकास कार्यों की गति को बढ़ाना, ताकि निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किया जा सके। इसके अलावा समय से पहले समस्याओं का खात्मा कराने के हरसंभव प्रयास होंगे।

कौशल राज शर्मा ने कहा कि जहां तक वाराणसी के विकास का सवाल है तो वह अनवरत जारी रहेगा। खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रथामिकता वाली योजना जैसे काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के फेज-2, सड़कों का चौड़ीकरण व नमों घाट के बचे कामों की गति को और अधिक बढ़ायेंगे, जिससे समय पर कार्य पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि पूर्व कमिश्नर दीपक अग्रवाल के साथ काम करने का अनुभव उनके साथ है और वह वाराणसी के साथ-साथ भदोही, जौनपुर, चंदौली के कामकाज को भी अच्छी तरह से समझते है। ऐसे में संबंधित जिलाधिकारियों के सामंजस्य से स्थिति और बेहतर करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भदोही के अग्निकांड में झुलसे मरीजों का इलाज बेहतर हो, इसके हरसंभव कोशिश हो रही है। डीएम गौरांग राठी की निगरानी में वह स्वयं मरीजों की देखभाल कर रहे है। कौशल मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्म पांच अगस्त 1978 को हुआ है। कौशल राज शर्मा ने 2006 में आईएएस की परीक्षा पास की और यूपी कैडर में शामिल हुए। इसके पहले इन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग से एमटेक और फिर एमए पब्लिक पॉलिसी की पढ़ाई की है।

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