कानपुर: दलहनी फसलों को कीटमुक्त करेगा आईआईपीआर
अब ऐसी फसलें तैयार हाेंगी जो न केवल कीटों से मुक्त होंगी बल्कि किसानों की आय बढ़ाने का काम भी करेंगी। खास बात है कि फसलों की मूल संरचना में बदलाव किए बने बिना ही इन्हें बेहतर करने की तैयारी की जा रही है। इसी उद्देश्य के साथ केंद्र सरकार ने भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान (आईआईपीआर) को 20 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट दिया है। वैज्ञानिक आने वाले तीन साल में ऐसी दलहनी फसलों को तैयार करने की कवायद करेंगे। दाल की पैदावार के तरीकाें में कुछ आंशिक बदलाव किए जाएंगे।
भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉक्टर जीपी दीक्षित ने बताया कि संस्थान में पहली बार एक जीनोम एडिटिंग सेंटर बनाया जाएगा। इसमें दलहनी फसलों की मौलिक संरचना में किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इस बदलाव के तहत जो फसल की उपज होगी, वह तो बढ़ेगी हीं, साथ ही फसल पूरी तरीके से कीट और रोगमुक्त होगी। डॉ. दीक्षित ने बताया कि संस्थान में जल्द ही 10 वरिष्ठ वैज्ञानिकों की टीम इस शोध कार्य को शुरू करेगी। जीनोम एडिटिंग सेंटर में सारी कवायद होगी। उन्हाेंने कहा कि इस तकनीक की मदद से किसानों की फसल को पूरी तरह से सुरक्षित रखा जा सकेगा।