कानपुर: मजदूर को अगवा कर तीन लाख फिरौती वसूली, एक आरोपी गिरफ्तार

एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि गजेंद्र ने कुछ माह पहले आरोपी की वैन 18 हजार में बुक कराकर बिहार ले गया था, लेकिन किराया नहीं दिया था। आरोपियों ने रुपये वसूलने के लिए उसे बुलाया और वारदात को अंजाम दिया है।

कानपुर में बिहार के एक युवक को काम दिलाने के नाम पर उसके ही परिचित ने घंटाघर बुलाया और साथियों की वैन से अगवा कर लिया। उसे चलती वैन में पीटते हुए 20 घटे तक शहर में टहलाते रहे। मजदूर के ताऊ को बुलवाकर तीन लाख रुपये फिरौती वसूल ली। इसके बाद भी उसे नहीं छोड़ा।

गुरुवार सुबह अपहरणकर्ता युवक को लेकर उसके नाम पर सिमकार्ड निकलवाने के लिए किदवईनगर स्थित टेलीकाम कंपनी के स्टोर पहुंचे। वहां मजदूर लघुशंका के बहाने भागकर टीएसआई के पास पहुंचकर मदद की लगाई। पुलिसकर्मियों ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

वारदात में प्रयुक्त वैन पुलिस किदवईनगर थाने ले गई। आरोपियों ने युवक की कार में पिटाई व प्रताड़ना का वीडियो भी बनाया है। इस मामले में दो नामजद व कुछ अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। बिहार के अररिया जिले के ओमनगर निवासी गजेंद्र पटेल (25) ने बताया कि शहर में रहने वाले परिचित पम्मी ने उसे काम दिलाने के बहाने बुलाया था।

आठ लोगों ने मारपीट कर जबरन वैन में बैठा लिया
बुधवार सुबह घंटाघर पहुंचा। पम्मी समेत आठ लोगों ने मारपीट कर उसे जबरन वैन में बैठा लिया। मोबाइल फोन छीनकर गूगल पे फोन से चार हजार रुपये निकाल लिए। इसके बाद मारपीट करते हुए रूमा ले जाकर ताऊ से फोन पर बात करवाकर तीन लाख रुपये मंगवाए और रकम लेने के बाद भी नहीं छोड़ा।

लघुशंका के बहाने वैन से उतरा और मदद के लिए चिल्लाने लगा
इसके बाद गजेंद्र के नाम का नया सिमकार्ड निकलवाने के लिए तीन अपहरणकर्ता उसे किदवईनगर साइट नंबर वन लेकर पहुंचे। वहां टेलीकॉम कंपनी का आउटलेट बंद मिला। इंतजार करने के दौरान गजेंद्र लघुशंका के बहाने वैन से एक अपहरणकर्ता के साथ उतरा और मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगा।

आरोपियों ने रुपये वसूलने के लिए बुलाया था
शोर सुनकर ड्यूटी पर तैनात टीएसआई परवेज अली पहुंचे, तो गजेंद्र ने पूरी घटना बताई। पुलिस देखकर अपहरणकर्ता भागने लगे। उसी दौरान एक को पुलिसकमिर्यों ने पकड़ लिया। मौके से पुलिस का स्टीकर लगी वैन भी बरामद कर ली। एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव ने बताया आरोपियों ने रुपये वसूलने के लिए उसे बुलाया और वारदात को अंजाम दिया है।

आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई
पूछताछ में सामने आया है कि गजेंद्र ने कुछ माह पहले आरोपी की वैन 18 हजार में बुक कराकर बिहार ले गया था, लेकिन किराया नहीं दिया था। इस मामले में पम्मी और मुन्ना ड्राइवर व कुछ अन्य के खिलाफ अपहरण, बंधक बनाकर मारपीट करने और धमकी की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

सीमा विवाद में उलझी जूही व किदवईनगर पुलिस
मजदूर के अपहरणकर्ता के चंगुल से छुड़ाए जाने की खबर पाकर जूही थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बताया गया कि जूही थाने के पुलिसकर्मियों ने मामला किदवईनगर थानाक्षेत्र की सीमा का होने की बात कहते हुए कार्रवाई से इन्कार कर दिया। कुछ देर बाद जूही थाना पुलिस पहुंची, तो सीमा विवाद में उलझ गई। हालांकि बाद में जूही पुलिस ने कार्रवाई की।

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