कानपुर: IIT से सेंट्रल तक 40 रुपये में पहुंचाएगी मेट्रो
कानपुर आईआईटी से मोतीझील के बीच दौड़ रही मेट्रो का जुलाई तक सेंट्रल स्टेशन और नवंबर से नौबस्ता तक संचालन करने की तैयारी है। इस बीच रूट का किराया भी तय हो गया है। आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक सफर करने में 40 रुपये लगेंगे। वहीं, आईआईटी से नौबस्ता तक जाने में 60 रुपये लगेंगे।
इसके अलावा मेट्रो ट्रेन में सुविधाएं भी अव्वल दर्जे की होंगी। वातानुकूलित मेट्रो का कोना-कोना सीसीटीवी कैमरे से लैस होगा, जिससे यात्रियों की पूरी सुरक्षा हो सकेगी। आईआईटी से नौबस्ता तक मेट्रो शुरू होने से सबसे बड़ा फायदा यात्रियों को यह होगा कि उनका पैसे के साथ समय भी बचेगा। सफर आरामदायक होगा, वो अलग।
आईआईटी से नौबस्ता गल्ला मंडी तक न तो सीधे कोई सिटी बस जाती है और न ही टेंपो, ऑटो या ई-रिक्शा। ऐसे में दो से तीन बार सवारी बदलनी पड़ती है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के पीआरओ ने बताया कि एनएमसीजी कार्ड से यात्रा करने पर हर बार किराये में 10 प्रतिशत छूट मिलेगी। 90 सेंटीमीटर (करीब तीन फीट) से छोटे बच्चे के लिए टिकट या कार्ड की जरूरत नहीं है।
इस तरह होगा फायदा
मेट्रो ट्रेन से आईआईटी से स्टेशन: 40 रुपये में 30 मिनट में पहुंचेंगे।
ऑटो-टेंपो से: 60 से 65 रुपये और समय कम से कम एक घंटा लगेगा। दो से तीन बार सवारी बदलनी पड़ेगी।
मेट्रो ट्रेन से आईआईटी से नौबस्ता: 60 रुपये और कम से कम 45 मिनट लगेगा। सीधा साधन न होने से तीन से चार बार सवारी बदलनी पड़ेगी।
मेट्रो के फायदे अनेक
सही समय पर गंतव्य तक पहुंचना, वातानुकूलित, स्टेशन से लेकर ट्रेनों का कोना-कोना कैमरों से लैस होने की वजह से सफर सुरक्षित होगा। कोई परेशानी होने पर पेनिक बटन दबाकर ट्रेन संचालक से बातचीत की सुविधा। वहीं ऑटो-टंपो चालक रुकते-रुकाते चलते हैं और तीन की जगह चार सवारियां बैठाते हैं। इससे यात्रियों को असुविधा होती है।
ऐसे समझें मेट्रो ट्रेने के किराये का गणित
मेट्रो स्टेशन तक यात्रा | भाड़ा |
एक स्टेशन तक | 10 रुपये |
दो स्टेशनों तक | 15 रुपये |
तीन से छह स्टेशनों तक | 20 रुपये |
सात से 10 स्टेशनों तक | 30 रुपये |
11 से 14 स्टेशनों तक | 40 रुपये |
15 से 18 स्टेशनों तक | 50 रुपये |
19 से 21 स्टेशन तक | 60 रुपये |