कानपुर मौसम: दृश्यता शून्य..40 ट्रेनें लेट,तीन डिग्री गिरा पारा
घने कोहरे की वजह से कानपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में बुधवार सुबह छह बजे तक दृश्यता शून्य रही। ऐसी स्थिति गंगा बैराज, गंगा नदी के आसपास के 20 किमी के दायरे में ज्यादा रही। इस सीजन में ऐसा पहली बार हुआ है। इसके बाद छह से 7.30 बजे तक दृश्यता मात्र 5.3 मीटर रही।
वहीं घने कोहरे की वजह से 40 ट्रेनें लेट रहीं। सुबह आने वाली श्रमशक्ति एक्सप्रेस शाम को आई। हाईवे पर हादसे भी हुए। पनकी में एक ऑटो हाईवे किनारे नाले में गिर गया। वहीं बर्रा में कानपुर-इटावा हाईवे के पास लोडर नाले में फंस गया।
वहीं कोहरे और बर्फीली हवाओं के मैदानी क्षेत्रों से आने की वजह से दिन का तापमान तीन डिग्री और रात को एक डिग्री लुढ़क गया। अधिकतम तापमान 20.8 और न्यूनतम 6.8 डिग्री रहा। इतना कम पारा इस महीने दूसरी बार रिकार्ड किया गया है। इससे पहले 19 डिग्री तक तापमान आया था।
अगले तीन दिनों तक तेज ठंड पड़ेगी
सीएसए के मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक ठंड इसी तरह पड़ेगी और कोहरा भी घना रहेगा। मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार खुला आसमान और शीत अधिक पड़ने की वजह से कोहरा और धुंध तेज हो गई है।
सप्ताह में दूसरी बार प्रदूषण 300 एक्यूआई के पार
घने कोहरे के बीच बुधवार को प्रदूषण की मात्रा 300 एक्यूआई के पार चली गई। एक सप्ताह में दूसरी बार प्रदूषण रेड जोन में दर्ज हुआ। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार नेहरू नगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा 310 एक्यूआई रिकार्ड हुआ। बोर्ड के मानक के अनुसार 300 से ऊपर प्रदूषण की मात्रा को खराब की श्रेणी में रखा जाता है। इसी तरह किदवई नगर क्षेत्र में 166 और कल्याणपुर क्षेत्र में 177 एक्यूआई रहा।
40 ट्रेनें लेट, 2200 लोगों ने टिकट कराए कैंसल
बढ़ते कोहरे ने यात्रियों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। बुधवार को श्रमशक्ति समेत 40 ट्रेनें घंटों लेट रहीं। सुबह आने वाले श्रमशक्ति शाम चार बजे के बाद आई। ट्रेनों के देरी से चलने के कारण 2200 लोगों ने टिकट कैंसल करा दिए। हालांकि शहर से मुंबई, बंगलूरू और दिल्ली के लिए चलने वाली फ्लाइटें समय से आईं और गईं।
सुबह आने वाली श्रमशक्ति शाम को आई
सुबह 6:15 बजे कानपुर आने वाली श्रमशक्ति एक्सप्रेस शाम को 4:12 बजे आई। यशवंतपुर गोरखपुर एक्सप्रेस 13 घंटे लेट रही। चौरी-चौरा एक्सप्रेस सात घंटे, अहमदाबाद कानपुर स्पेशल 10:30 घंटे, कैफियत एक्सप्रेस नौ घंटे, महाकाल एक्सप्रेस 4:30 घंटे, सूबेदारगंज बांद्रा स्पेशल छह घंटे, दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस सात घंटे लेट आई।
ये ट्रेनें भी हुईं लेट
रिवर्स शताब्दी एक्सप्रेस कानपुर सेंट्रल से चलकर चार घंटे 50 मिनट देरी से नई दिल्ली पहुंची। रिवर्स शताब्दी एक्सप्रेस कानपुर सेंट्रल स्टेशन 4:30 घंटे लेट आई। वाराणसी नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस पांच घंटे, नई दिल्ली वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस 3:30 घंटे देरी से कानपुर सेंट्रल आई और वाराणसी पांच घंटे देरी से पहुंची। नई दिल्ली से वाराणसी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पांच घंटे देरी से आई। वाराणसी नई दिल्ली एक्सप्रेस 3:45 घंटे लेट होकर चली।
15 से 30 किमी की स्पीड से चलीं बसें
हाईवे पर घने कोहरे की वजह से रात में बसें रेंगते हुए आईं। 15 से 30 किमी की रफ्तार से ड्राइवर धीरे-धीरे बसों को लेकर आए। दिल्ली, आगरा, झांसी, गोरखपुर, बनारस, अयोध्या, देवरिया और प्रयागराज की बसें सुबह देरी से पहुंचीं। सुबह पहुंचने वाली बसें दोपहर में आईं। सुबह झकरकटी बस अड्डे से जाने वाली कई बसों को निरस्त कर दिया। सुबह पांच से आठ बजे तक जाने वाली बसें यात्रियों की कमी की वजह से सुबह 10 बजे के बाद रवाना की गईं।