कानपुर: आईजीआरएस रैंकिंग 25 अंक सुधारी…49वीं मिली रैंक
लोकसभा चुनाव के बाद जिले की आईजीआरएस रैंकिंग में सुधार नहीं हो रहा था। इसके लिए लगातार अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही थी। शिकायतों के निस्तारण और सही तरह से मानीटरिंग न हो पाने के कारण जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने आईजीआरएस की मॉनिटरिंग करने वाली टीम में बदलाव किया था।
आईजीआरएस पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण में लगातार पिछड़ रहे कानपुर जिले के अधिकारियों को दिसंबर माह की रैंकिंग में काफी राहत मिली है। नवंबर माह की रैंकिंग से 25 अंक सुधार हुआ है। दिसंबर में जिले को 49वीं रैंक मिली है, जबकि नवंबर माह में 74वीं रैंक हासिल की थी। वहीं, अक्तूबर माह में जिला 62वीं रैंक पर था।
आईजीआरएस रैंकिंग में लगातार जिला पिछड़ रहा था। नवंबर महीने में रैंकिंग खराब आने के बाद जिलाधिकारी ने मॉनीटरिंग करने वाली टीम में बदलाव किया, जिसके बाद इस माह 25 अंक का सुधार आया। दिसंबर महीने में जिले को आईजीआरएस में 130 में 115 अंक प्राप्त हुए। 88.46 प्रतिशत के साथ जिले ने यह रैंक हासिल की।
जिले की 24 शिकायतें दर्ज की गईं थीं
एक महीने में 676 शिकायतें आईं, जिसमें 492 शिकायतों का निस्तारण हो सका। सीएम कार्यालय से निस्तारित शिकायतों में 4003 का फीडबैक लिया गए, जिसमें 2420 शिकायतकर्ता खुश मिले। यही नहीं, 1635 मामलों की अधिकारी स्तर से दोबारा जांच की गई फिर भी 785 लोग असंतुष्ट मिले। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जिले की 24 शिकायतें दर्ज की गईं थीं।
जिलाधिकारी ने टीम में किया था बदलाव
लोकसभा चुनाव के बाद जिले की आईजीआरएस रैंकिंग में सुधार नहीं हो रहा था। इसके लिए लगातार अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही थी। शिकायतों के निस्तारण और सही तरह से मानीटरिंग न हो पाने के कारण जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने आईजीआरएस की मॉनिटरिंग करने वाली टीम में बदलाव किया था। उसके बाद दिसंबर महीने में रैंकिंग में कुछ सुधार दिखा है।