कानपुर: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बोले- शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी
शिक्षा के साथ-साथ संस्कार होना भी जरूरी है। बिना संस्कार के ज्ञान का कोई महत्व नहीं है। ये बात रविवार को श्याम नगर बाईपास स्थित ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कही।
राजनाथ सिंह स्कूल में प्रतिमा दुबे की प्रेरणा से निर्मित नवीन भवन का लोकार्पण करने पहुंचे थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार भी आवश्यक है। संस्कार के बिना ज्ञान का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने डॉ. अंगद सिंह के संरक्षण में दो छात्रों को शिक्षा दिलाने का प्रबंध किया था।
दोनों ही संस्कारवान हैं। वर्तमान में एक डॉक्टर के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा है। वहीं, दूसरा आईएएस परीक्षा की तैयारी कर रहा है। नई शिक्षा नीति इसको दृष्टि में रखकर तैयार की गई है कि छात्र-छात्राओं को ज्ञान के साथ संस्कार किस तरह से प्रदान किए जाएं।
हम भारतीय चरित्र से महान हैं
संस्कारयुक्त शिक्षा से चरित्र निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जब विश्व धर्म सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए अमेरिका गए थे, तो इनकी वेशभूषा देखकर वहां उपस्थित लोगों ने इनका उपहास किया। लेकिन, उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि वस्तुतः हम भारतीय चरित्र से महान हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है विद्यालय
यह विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। जिस उद्देश्य से इस विद्यालय की स्थापना की गई है, निश्चय ही वह पूर्ण होगा। ओंकारेश्वर ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के संरक्षक डॉ. अंगद सिंह और ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज जवाहर नगर के प्रधानाचार्य राममिलन सिंह ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया।