कानपुर: सीएम का फर्जी प्रोटोकॉल अफसर धरा गया, नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे थे 29 लाख

कानपुर में चकेरी पुलिस ने मुख्यमंत्री का प्रोटोकॉल अफसर बता रौब गांठने और सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये हड़पने वाले एक ठग को गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में नौकरी दिलाने के नाम पर 13 लोगों से करीब 29 लाख रुपये हड़पने की बात सामने आई है। पुलिस का मानना है कि अभी कई और मामले सामने आ सकते हैं।

उत्तर प्रदेश शासन लिखी और हूटर लगी गाड़ियों और उनके चालकों के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। चकेरी निवासी शुभम, हर्ष और दीपक समेत कई लोगों ने आरोप लगाया कि सनिगवां के केआरपुरम इलाके में माही हॉस्पिटल के पास किराए पर रहने वाले एक आरोपी ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपये लिए लेकिन नौकरी नहीं दिलाई।

आरोपी अपना रसूख दिखाने के लिए अक्सर उत्तर प्रदेश सरकार लिखी हूटर वाली गाड़ी से आता जाता था। साथ ही उसने सचिवालय का परिचयपत्र भी दिखाया था। इसी झांसे में आकर पीड़ितों ने 3 मई को जन संपर्क अधिकारी पद पर नियुक्ति के लिए रकम दे दी। पीड़ितों के अनुसार आरोपी ने उन्हें नियुक्ति पत्र तो दिया, लेकिन उसकी करीबी महिला ने खुद को सचिवालय में अफसर बताते हुए चुनाव बाद ज्वाइन करने की बात कही।

घर से कई विभागों की मोहरें व दस्तावेज बरामद
हालांकि जब ज्वाइनिंग नहीं हुई और ठगी का एहसास हुआ, तो पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की। चौकी प्रभारी अंकित खटाना ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पता चला कि वह आरोपी मूल रूप से बांदा के अतर्रा का रहने वाला है और यहां किराए पर रहता था। पुलिस ने उसके घर से कई विभागों की मोहरें व दस्तावेज बरामद किए। चौकी प्रभारी ने बताया कि शिकायत की जांच की जा रही है। फिलहाल जांच जारी है और उसके साथियों का पता लगाया जा रहा है।

कुछ पीड़ितों की तहरीर मिली है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। तथ्यों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। -दिलीप कुमार, एसीपी चकेरी

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