कानपुर: शहर में दौड़ेंगी 22 सीटों की जगह 30 सीट वाली बसें

आरटीए बैठक में सभी पक्षों पर सुनवाई के बाद 30 सीट वाली बसों के कुछ रूटों पर चलने का रास्ता साफ हो सकता है। परिवहन विभाग की ओर से छोटी बसों के रूटों पर सर्वे भी कराया जा चुका है।

कानपुर में 22 सीटर बसों की जगह अब 30 सीटों वाली बसें लेंगी। 25 फरवरी को मंडलायुक्त की अध्यक्षता में प्रस्तावित आरटीए बैठक में इस पर मुहर लग सकती है। इसके अलावा विभिन्न सवारी वाहनों के परमिटों के नवीनीकरण और निरस्तीकरण पर भी चर्चा होगी।

आरटीओ प्रशासन राकेंद्र सिंह और आरटीओ प्रवर्तन विदिशा सिंह ने बताया कि शहर के कुछ रूटों पर 18 सीटों वाली छोटी बसें दौड़ती हैं। कई बसें अपनी मियाद पूरी कर चुकी हैं। वर्तमान में इन बसों के संचालन में भी वाहन मालिकों को लाभ नहीं हो रहा। ऐसे में छोटी बसों के मालिकों ने इन रूटों पर लंबी बसें चलाने की मांग की है। नई बसें 30 सीटर होंगी। लंबी होने के चलते इनमें एक बार में अधिक सवारियां बैठ सकेंगी।

30 सीट बसों के चलने का रास्ता हो जाएगा साफ
कम संख्या में बड़ी बसें चलाने से ट्रैफिक का लोड भी कम होगा। आरटीए बैठक में सभी पक्षों पर सुनवाई के बाद 30 सीट वाली बसों के कुछ रूटों पर चलने का रास्ता साफ हो सकता है। परिवहन विभाग की ओर से छोटी बसों के रूटों पर सर्वे भी कराया जा चुका है। मंडलायुक्त की सहमति मिलते ही 30 सीट बसों के चलने का रास्ता साफ हो जाएगा।

इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा
घंटाघर से बकेवर मार्ग पर स्टेट कैरिज परमिट का नवीनीकरण, टेपो टैक्सी, ऑटो रिक्शा, स्टैज कैरेज, कानपुर नगर बस, स्कूल बस एवं स्कूल वैन परमिटों की वैधता पांच वर्ष पूर्ण होने पर नवीनीकरण पर विचार, 28 दिव्यांगजनों को कानपुर से उन्नाव के मध्य सीएनजी टेपो टैक्सी परमिट दिए जाने के संबंध में, सार्वजनिक सेवायान द्वारा यात्रा के टिकटों की बिक्री के लिए अभिकर्ता अनुज्ञप्ति के लिए प्राप्त आवेदन आदि मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा।

Back to top button