टीकाराम जूली के बयान पर जोगाराम पटेल का पलटवार

जोगाराम पटेल ने कहा कि शब्दों के चयन में सावधानी बरतनी चाहिए। यह हमारी संस्कृति नहीं कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या प्रदेश अध्यक्ष के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जाए।

राजस्थान में हुए उपचुनाव और राजनीतिक घटनाक्रमों पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बयान का कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने जोधपुर में जवाब दिया। उन्होंने कहा, “कुछ लोगों की आदत होती है बैंड बजाने, गमछा हिलाने और ईंट से ईंट बजाने की। लेकिन इसका परिणाम सभी के सामने है, चाहे राजस्थान हो या उपचुनाव की तीन सीटें। किसकी बैंड बजी, किसका गमछा हिला, यह जनता जानती है। महाराष्ट्र, हरियाणा या दिल्ली हर जगह नतीजे स्पष्ट हैं। हाल ही में हुए नगर निकाय और पंचायत चुनावों में भी सब कुछ साफ हो गया है।”

जोधपुर दौरे पर क्या बोले मंत्री जोगाराम पटेल?
कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल जोधपुर प्रवास के दौरान सर्किट हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने जनसुनवाई की और अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को होली और रमज़ान की शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने कहा, “राजस्थान में दोनों त्योहार प्रेम और भाईचारे के साथ मनाए गए। सभी ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। सरकार ने भी व्यवस्था सुनिश्चित की, जिसके लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार। मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर भी आमजन के साथ बधाइयों और रंग-गुलाल का कार्यक्रम किया, जिससे पूरे प्रदेश में सौहार्दपूर्ण माहौल बना। मैं कामना करता हूँ कि यह प्रेम और भाईचारा यूं ही बना रहे।”

मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक बजट दिया
पटेल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने लगातार दो ऐतिहासिक बजट दिए हैं। उन्होंने कहा, “बीते तीन दिनों में हजारों ग्रामवासी मुख्यमंत्री का आभार जताने आ रहे हैं। सरकार विकास कार्यों को लेकर प्रतिबद्ध है। हम ‘विकसित और समृद्ध राजस्थान 2047’ के संकल्प को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”

टीकाराम जूली पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पटेल ने कहा, “शब्दों के चयन में सावधानी बरतनी चाहिए। यह हमारी संस्कृति नहीं कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या प्रदेश अध्यक्ष के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जाए। हमने पांच साल तक देखा कि कुछ लोग होटलों में बैठकर राजनीति कर रहे थे और कुर्सी की खींचतान में लगे थे, लेकिन फिर भी जनता ने उन्हें नकार दिया। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है ‘राजस्थान का विकास, जनता की सेवा और प्रदेश को समृद्ध बनाना।’

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