J&K: हार के भय से उपचुनाव में देरी कर रही सरकार

कश्मीर घाटी की दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव में हो रही देरी पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि सरकार हार के भय से लोकसभा सीटों पर उपचुनाव करवाने में देरी कर रही है।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा का कहना है कि रियासत में करीब ढाई दशक से हालात में उतार-चढ़ाव लगा रहता है। लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने तय समय पर चुनाव करवाए। पीडीपी भाजपा गठबंधन सरकार जन आकांक्षाओं को पूरा करने में नाकाम हो चुकी है।
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इसलिए उप चुनाव को पिछली बार भी कानून व्यवस्था की स्थिति का हवाला देकर टाला गया। अप्रैल में अब लोकसभा उप चुनाव होना चाहिए लेकिन स्थिति अब तक साफ नहीं की जा रही है। ऐसे लगता है कि सरकार में बैठे दलों को हर का भय है।
उनका कहना है कि जमीनी स्तर के पंचायती चुनाव भी सरकार मार्च में करवाने की प्रतिबद्धता जता रही थी लेकिन अब तक चुनाव की अधिसूचना तक जारी नहीं हुई है। नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अजय सडोत्रा का कहना है कि पीडीपी भाजपा गठबंधन सरकार पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है।
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कोई भी वादा इस सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया है। लोकसभा उप चुनाव में भी इस सरकार को हार का भय सता रहा है। इसलिए तय समय पर चुनाव अब तक नहीं हो पाए है।