झुलसा कानपुर: थार मरुस्थल से तप कर आ रहीं हैं हवाएं, विभाग बोला- तपिश अभी और बढ़ेगी

राजस्थान के थार मरुस्थल से तप कर आ रहीं हवाएं झुलसा रही हैं। गुरुवार को चिलचिलाती गर्मी ने कानपुरवासियों को बेहाल रखा। पारा 41.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इस सीजन में पहली बार पारा 41 के पार गया है। साथ ही लू के थपेड़े भी तेज हो गए हैं। सीएसए के मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।

न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा। सीएसए के मौसम विभाग के प्रभारी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि थार मरुस्थल से तप कर आ रहीं हवाओं से लू के थपेड़े लगने शुरू हो गए हैं। उन्होंने बताया कि हवाएं अरब सागर से नमी लेकर चलती हैं, लेकिन जब राजस्थान के थार मरुस्थल पहुंचती हैं तो तप जाती हैं।

तपिश अभी और बढ़ेगी, लू के थपेड़े तेज होंगे
वहां से गर्म हवाओं के रूप में कानपुर परिक्षेत्र में आती हैं। इन्हीं गर्म हवाओं की वजह से गर्मी अधिक बढ़ती है। मौसम विभाग का आकलन है कि तपिश अभी और बढ़ेगी। लू के थपेड़े तेज होंगे। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहेंगे और सामान्य से तेज हवाएं चलेंगी।

गर्मी की बीमारियां भी बढ़ने लगीं
गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य औसत से 2.9 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। रात में थोड़ी राहत जरूर रही। न्यूनतम तापमान सामान्य औसत से 1.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा है। दिन में तपिश होने की वजह से सड़कों पर सामान्य दिनों की तुलना में भीड़ कुछ कम रही। बिना जरूरत बाहर लोग कम निकले। साथ ही गर्मी की बीमारियां भी बढ़ने लगी हैं।

वेट बल्ब तापमान: नमी के गर्म होने से लगती है ज्यादा गर्मी
डॉ. पांडेय ने बताया कि समुद्र तल पर अभी अधिक मौसमी गतिविधियां नहीं है। बीच में पश्चिमी विक्षोभ आएंगे लेकिन उनका प्रभाव कानपुर परिक्षेत्र पर नहीं आएगा। इससे तपिश बढ़ेगी। इस दौरान वेट बल्ब तापमान रहेगा। इस स्थिति में पारा अधिक नहीं चढ़ता, लेकिन माहौल में नमी रहती है। यह तपिश से गर्म हो जाती है। इससे जितनी गर्मी होती है, लोगों को उससे अधिक गर्मी लगती है।

आगे क्या: उत्तर पश्चिमी हवाएं होंगी बंद तो रात में बढ़ेगी गर्मी
मौसम विभाग प्रभारी डॉ. पांडेय ने बताया कि अभी हिमालयी क्षेत्र से उत्तर पश्चिमी हवाएं नमी लेकर आ रही हैं। इससे राहत है। जैसे ही ये हवाएं रुकेंगी, दिन की तरह रात में भी गर्मी बढ़ जाएगी। न्यूनतम तापमान में इजाफा होने लगेगा। डॉ. पांडेय ने बताया कि अब पारा के एक-दो डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बढ़ने की संभावना नहीं है। लेकिन लोगों को गर्मी अधिक लगेगी।

बीते वर्षों में 25 अप्रैल का अधिकतम तापमान
वर्ष 2019: 42.6 डिग्री सेल्सियस।
वर्ष 2020: 35 डिग्री सेल्सियस।
वर्ष 2021: 36.6 डिग्री सेल्सियस।
वर्ष 2022: 41.8 डिग्री सेल्सियस।
वर्ष 2023: 30.4 डिग्री सेल्सियस।

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