जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आज समापन
जयपुर के क्लार्क्स आमेर में चल रहा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) आज (सोमवार) अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। पांच दिन तक चले इस प्रतिष्ठित साहित्यिक मेले में दुनिया भर के लेखक, विचारक, फिल्मकार और कलाकारों ने अपने अनुभव साझा किए।
मानव कौल बोले – “जीवन में सफर का सिलसिला थमना नहीं चाहिए”
बॉलीवुड एक्टर, डायरेक्टर, प्ले राइटर और लेखक मानव कौल ने अपने सेशन ‘अ बर्ड ऑन माय विंडो सिल’ में अपनी जिंदगी से जुड़े दिलचस्प अनुभव साझा किए।
उन्होंने बताया कि “मैं कश्मीर के बारामूला में पैदा हुआ और मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में पला-बढ़ा। गांव और छोटे शहरों में पले-बढ़े लोगों में एक खास तरह की आजादी होती है, लेकिन साथ ही एक तरह का कॉम्प्लेक्स भी रहता है।” बचपन की यादें ताजा करते हुए उन्होंने कहा – “हम अक्सर अपने दोस्त सलीम के साथ होशंगाबाद रेलवे स्टेशन जाते और ट्रेनों को आते-जाते देखकर सोचते थे कि ये ट्रेनें आखिर कहां जाती हैं?”
“हर सफर नया अनुभव देता है”
मानव कौल ने कहा कि उन्होंने जीवन में कई तरह के काम किए – चाय की दुकान चलाई, पतंग बेची और थिएटर किया। “अभी हाल ही में मैं यूरोप यात्रा से लौटा हूं और अब फिर से लग रहा है कि अगला सफर कहां का हो? जिंदगी एक सफर है और यह सिलसिला चलता रहना चाहिए।” वहीं उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा – “मैं कुछ और अच्छा कर पाऊं या नहीं, लेकिन चाय बहुत अच्छी बनाता हूं। चाय मेरी लाइफ का एक अहम हिस्सा रही है।”
इम्तियाज अली करेंगे अपनी किताब पर चर्चा
आज दोपहर 1 बजे बॉलीवुड के प्रसिद्ध डायरेक्टर इम्तियाज अली अपनी नई किताब ‘जब वी मेट इम्तियाज अली’ पर फिल्म समीक्षक अनुपमा चोपड़ा के साथ चर्चा करेंगे। इसके अलावा, अभिजीत बैनर्जी, वीर सांघवी, नेहा दीक्षित, नमिता गोखले, आशुतोष काले जैसे कई दिग्गज स्पीकर्स भी अपने-अपने सेशंस में शामिल होंगे।
शाम 5:30 बजे होगी क्लोजिंग डिबेट
फेस्टिवल का अंतिम सत्र शाम 5:30 बजे क्लोजिंग डिबेट के रूप में आयोजित किया जाएगा, जहां कई नामचीन हस्तियां समापन भाषण देंगी। JLF 2024 साहित्य, कला, सिनेमा और विचारों का संगम बनकर एक बार फिर अपने शानदार आयोजनों के लिए याद रखा जाएगा।