जेल में बंद रमाकांत यादव से अखिलेश यादव ने की मुलाकात

सपा मुखिया अखिलेश यादव अब 22 अगस्त को जेल में निरुद्ध पार्टी के विधायक रमाकांत यादव से मिलने के लिए सोमवार की दोपहर दो बजे पहुंचे। इसके पूर्व वह दिन में 10 बजे लखनऊ से कार द्वारा चलकर दो बजे इटौरा स्थित जेल पहुंचे। इस दौरान एक घंटा जेल में मुलाकात के बाद तीन बजे सड़क मार्ग से लखनऊ के लिए रवाना भी हो गए। उनके आजमगढ़ दौरे को सियासत के कई नजरिए से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है पार्टी में संगठन के स्तर पर मजबूती को लेकर वह जेल में मुलाकात करने पहुंचे
फूलपुर- पवई विधायक रमाकांत यादव बहुचर्चित माहुल शराब कांड समेत कई पुराने मामलों को लेकर सलाखों के पीछे हैं। हालांकि, एससी- एसटी एक्ट समेत दो मामलों में कोर्ट उनको पूर्व में जमानत दे चुकी है लेकिन कई अन्य मामलों में जमानत न हो पाने की वजह से अब भी सलाखों में पीछे हैं। अखिलेश यादव के आजमगढ़ जिले में एक दिनीी कार्यक्रम के बाबत निवर्तमान जिला अध्यक्ष हवलदार यादव ने जागरण को बताया कि फिलहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष का रमाकांत यादव से मिलने के अलावा कोई दूसरा कार्यक्रम निर्धारित नहीं होने से पार्टी स्तर पर अन्य आयोजन नहीं किया गया है।
कार्यकर्ताओं में उत्साह : पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से इटौरा स्थित जेल आते समय रास्ते में सेहदा के पास पूर्व मंत्री चंद्रदेव राम यादव करैली ने उन्हें रोककर स्वागत किया। फूलपुर-पवई विधायक रमाकांत यादव बहुचर्चित माहुल शराब कांड समेत कई मामलों में सलाखों के पीछे हैं। हालांकि, एससी-एसटी एक्ट समेत दो मामलों में कोर्ट उनको जमानत दे चुकी है। रमाकांत से अखिलेश का मिलने आना सियासी नजरिए से देखा जाने लगा है। चुनावी गढ़ में बदलते सियासी समीकरण के बीच इसे वर्ष 2024 के लिए महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। दरअसल, धर्म-जाति के समीकरण वाले जिले में भाजपा ने उपचुनाव में ही शिवपाल के खास सिपहसालार को तोड़ वर्ष 2024 की नींव मजबूत कर चुकी है। बसपा की सेंधमारी भी संसदीय उपचुनाव के नतीजे से साफ हो चुकी है। ऐसे में बाहुबली के साथ और दूर रहने के दौरान साइकिल की बदलती चाल के दृष्टिगत मुलाकात को रमाकांत के जरिए चुनावी गढ़ को साधने के रूप में देखा जा रहा है।
सपा नेता करते रहे इंतजार : अखिलेश यादव के साथ निवर्तमान जिला अध्यक्ष हवलदार यादव व सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव जिला कारागार में निरुद्ध विधायक रमाकांत यादव से मिलने गए। पार्टी के शेष विधायक और वरिष्ठ नेता कारागार के बाहर खड़े उनका इंतजार करते नजर आए। जिला कारागार के बाहर मुबारकपुर के अखिलेश यादव, दीदारगंज के कमलाकांत राजभर व मेंहनगर विधायक पूजा सरोज भी इंतजार करते रहे।