सिर्फ ब्रा ही नहीं, आउटफिट के हिसाब से सही पैंटी चुनना भी है उतना ही जरूरी
फ्रेंड्स के साथ आउटिंग, पार्टी में अगर आप शॉर्ट या बॉडीकॉन ड्रेस पहनने की सोच रही हैं, तो इसमें परफेक्ट लुक के लिए सिर्फ मेकअप और हेयरस्टाइल बना लेना ही काफी नहीं होता, बल्कि इसके साथ आप किस तरह का इनरवेयर पहन रही हैं, ये भी बहुत मायने रखता है। ड्रेस के अकॉर्डिंग वॉर्डरोब में ब्रा के साथ पैंटी की भी वैराइटी रखें। कई बार फिटेड ड्रेस के साथ गलत पैंटी पहनने पर आप हंसी का पात्र बन सकती हैं। आइए जान लेते हैं अलग-अलग तरह की Panties के बारे में।
- मिड वेस्ट हिप्स्टर पैंटी
ज्यादातर महिलाएं इसी तरह की पैंटीज पहनती हैं। इन्हें रेगुलर पैंटीज के नाम से भी जाना जाता है। साड़ी से लेकर सलवार-सूट, जींस, गाउन, लहंगा मतलब ज्यादातर आउटफिट्स के साथ ये पैंटीज़ पहन सकती हैं और पीरियड्स के दिनों में तो हिप्स्टर ही सबसे ज्यादा कंफर्टेबल और सर्पोटिव होती है, लेकिन अगर आप शॉर्ट स्कर्ट, फिटेड जींस या लैगिंग्स पहन रही हैं, तो उसके साथ इस तरह की अंडरवेयर न पहनें, क्योंकि इसमें पैंटी लाइन उभरी हुई नजर आती है, जो देखने में बहुत ही खराब लगती है। - बॉय शॉर्ट्स
डेली वेयर में कंफर्टेबल के मामले में दूसरे नंबर पर बॉय शॉर्ट्स हैं। ये फुल कवरेज देती हैं और इन्हें आप स्कर्ट्स, जींस, लैंगिंग्स, फ्लेयर्ड ड्रेसेस के साथ टेंशन फ्री होकर पहन सकती हैं। फिटेड बॉटम्स के लिए बॉय शॉर्ट्स परफेक्ट ऑप्शन है। यहां तक कि जिम वेयर्स के साथ भी बॉय शॉर्ट्स ही पहनें। - सीमलेस पैंटी
बॉडीकॉन ड्रेसेज में अगर आपने सही पैंटी नहीं पहनी, तो इसमें हिप्स अलग ही हाइलाइट होते हैं, जो दिखने में बिल्कुल अच्छे नहीं लगते। ऐसी ड्रेसेज़ के लिए सीमलेस पैंटी चुनें। जिनके किनारे एकदम स्मूद होते हैं। जिस वजह से ये ड्रेसेज़ के ऊपर से झलकती नहीं। सिर्फ बॉडीकॉन ही नहीं, इन्हें आप किसी भी फिटेड आउटफिट्स के साथ कैरी कर सकती हैं। - कंट्रोल ब्रीफ्स
ये पैंटीज बहुत ही कंफर्टेबल होती हैं। जिसे हाई वेस्ट हिप्स्टर पैंटी भी कहा जाता है। अगर आपकी टमी निकली हुई है, तो आपको इस तरह की पैंटी पहननी चाहिए। जो हिप्स के साथ बैली रोल्स को भी कवर कर लेती हैं। अगर आप क्रॉप टॉप या साड़ी पहन रही हैं, तो इसके साथ कंट्रोल ब्रीफ्स का ऑप्शन चुनें।
ध्यान दें
पैंटी हमेशा अपने साइज के हिसाब से ही चुनें।
बहुत ज्यादा लूज या टाइट पैंटी पहनना अवॉयड करें। क्योंकि इससे रैशेज की प्रॉब्लम हो सकती है।