खत्म नहीं हुआ है एलियन ममी का विवाद, दो तरह के किए जा रहे हैं दावे

पेरू में मिले दो एलियन के शवाों का विवाद अभी थमा नहीं है. एक मैक्सिकन पत्रकार जो एलियन शवों के कब्जे का दावा कर रहा है, वह उनकी प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए अमेरिकी और यूरोपीय वैज्ञानिकों से पुष्टि करवाने का प्रयास कर रहा है और इस मामले अब कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी है. वहीं बहुत से पुरातत्वविद, इतिहासकार और विशेषज्ञ अब भी इन तथाकथित शवों के एलियन होने पर संदेह जता रहे हैं.

पिछले मार्च में शवों पर एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड डेटा सामने आने के बाद से पेरू से दो नई खोजी गई ‘एलियन’ ममियों ने विवाद की लहरें पैदा कर दी हैं, पुरातत्वविदों को डर है कि वे कब्रों पर हमला करने वालों द्वारा खोदे गए प्राचीन मानव हो सकते हैं. पत्रकार और यूएफओ शोधकर्ता जैमे मौसन ने डेलीमेल डॉट कॉम से पुष्टि की कि अधिक गहन ‘विश्लेषण किए जा रहे हैं’  और वह पेरू की सरकार पर शवों को अमेरिका में अधिक उन्नत प्रयोगशालाओं में भेजने के अधिकार के लिए मुकदमा कर रहे हैं.

लेकिन आलोचक उनके दावों पर संदेह जताते रहते हैं. लैटिन अमेरिकी इतिहासकार क्रिस्टोफर हेनी ने डेलीमेल डॉट कॉम से कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि वे मानव जैसे हैं. उन्हें लगता है कि वे मानव हैं.’  वहीं  मौसन और उनके सहयोगियों ने स्पष्ट रूप से विदेश में व्यापक वैज्ञानिक रुचि के लिए जोर दिया है वे मेक्सिको की कांग्रेस के समक्ष एक विवादास्पद प्रस्तुति कर चुके है और उनका पेरू के संस्कृति मंत्रालय के साथ टकराव भी हो चुका है.

मौसन का अपने आलोचकों के साथ टकराव पिछले अप्रैल में अपने सबसे गर्म क्षण पर पहुंच गया जब पेरू में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने प्रदर्शन पर रखे गए नए ममीकृत शवों में से एक को जब्त करने के इरादे से छापा मारा, जिसे ‘मोंटसेराट’ कहा जाता है.

मौसन ने बताया, ‘300 मिलियन डॉलर का मुकदमा पहले ही चल चुका है.’ मौसन ने कहा, ‘हम पेरू के साथ बातचीत करने जा रहे हैं, ताकि अमेरिका में किए जाने वाले नमूनों को भेजरने की अनुमति मिल सके.’ मौसन का कहना है पिछले सितंबर में मैक्सिको कॉन्ग्रेस में पेश किए इन ममी शवों के अध्ययन में नासा ने भी रुचि दिखाई है.

मौसन, जिनके शोध ने लगभग एक दशक तक विवाद खड़ा किया है, ने यह विचार पेश किया है कि ममियाँ एलियन-मानव ‘हाइब्रिड’ हो सकती हैं, उनके वैज्ञानिक सहयोगियों ने घोषणा की है कि नए नमूनों में ’30 प्रतिशत अज्ञात’ डीएनए है.

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