क्या यह होम लोन लेने का सबसे सही समय है? समझिए पूरा हिसाब

घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। हालांकि, हर किसी के पास घर खरीदने के लिए जरूरी बजट नहीं होता। इसके लिए हम होम लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन, होम लोन सही समय पर लेना काफी जरूरी है। आपको होम लोन लेने से पहले ब्याज दर, बाजार की हालत, आपकी वित्तीय सेहत और सरकार की नीतियों को ध्यान में रखकर ही कोई फैसला लिया जाना चाहिए। लेकिन, सवाल यह है कि क्या अभी होम लोन लेना सही रहेगा? आइए जानते हैं विस्तार से।
ब्याज दर यह सही समय है?
आरबीआई ने अपनी फरवरी की एमपीसी मीटिंग में रेपो रेट को 6.50 फीसदी से 25 बीपीएस कम कर 6.25 फीसदी कर दिया है। बेसिक होम लोन के को-फाउंडर और सीईओ अतुल मोंगा का कहना है कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने पांच साल में पहली बार रेट में कटौती की है। इसके आधार पर वित्तीय संस्थानों ने होम लोन की ब्याज दर भी घटाई है। यह उन लोगों के लिए बड़ी राहत है, जो होम लोन लेना चाहते हैं।
ईएमआई पर छोटी और लगातार बचत
अतुल मोंगा के मुताबिक, आरबीआई के फैसले से होम लोन लेने वाले उपभोक्ताओं को फायदा हुआ है। इससे उनकी लोन की लागत कम हो जाएगी और घर खरीदना कुछ आसान हो जाएगा। ब्या दर कम होने से उनकी ईएमआई कम होगी, इस तरह घर खरीदने वालों पर आर्थिक बोझ कम होगा। आइए इसका कैलकुलेशन समझते हैं।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपने 30 साल के लिए 8.75 फीसदी की दर पर 30 लाख रुपये का लोन लिया है। पहले आपकी मासिक ईएमआई तकरीबन 23,601 रुपये होती थी। हालांकि, अब ब्याज दर में बदलाव के कारण उनकी ईएमआई कम होकर 23,067 रुपये हो जाएगी। इस तरह कुल 1,92,098 रुपये की बचत होगी। अगर आप पहले वाली राशि के बराबर ईएमआई चुकाते हैं तो आपका लोन जल्दी खत्म हो जाएगा।
ऐसे में यह उन लोगों के लिए होम लोन लेने का सही समय है, जो ऊंची ब्याज दर और प्रॉपर्टी की आसमान छूती कीमतों के चलते घर खरीदने से हिचक रहे थे। अब वे मौजूदा स्थिति का लाभ उठाकर अपने पसंदीदा रिहायशी प्रोजेक्ट में निवेश कर सकते हैं। हालांकि कोई भी फैसला लेने से पहले आपको कई जरूरी पहलुओं पर विचार कर लेना चाहिए, जैसे कि मार्केट का ट्रेंड, प्रॉपर्टी की लोकेशन, और आपकी अपनी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी।
होम लोन री-फाइनेंस के विकल्प
कई बार हो सकता है कि होम लोन लेने वालों को ऐसा लगे कि उनकी मंथली ईएमआई में मामूली-सी कमी आई है। लेकिन, यह छोटी-सी कमी भी लंबे समय में उन्हें बड़ी बचत का फायदा देगी। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आप और भी बेहतर ब्याज दर पर री-फाइनेंस का विकल्प पा सकते हैं। बैंक और वित्तीय संस्थान भी कम रिस्क को ध्यान में रखते हुए ही लोन देते हैं।
हाउसिंग सेक्टर की बढ़ेगी रफ्तार
आरबीआई हाउसिंग को अधिक सुलभ बनाकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने चाहता है। इससे खासतौर पर ऐसे इलाकों में रिहायशी प्रॉपर्टीज़ की मांग बढ़ेगी जहां बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं और बेहतर सुविधाओं के चलते प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ चुकी हैं। ऐसे में कम ब्याज पर लोन मिलने से खासतौर पर महानगरों में प्रॉपर्टी की ऊंची कीमतों के कारण होने वाला दबाव कुछ कम होगा।
होम लोन पर मिलने वाले फायदे
सरकार घर खरीदने वालें की मदद के लिए भी योजना चलाती है। जैसे कि अगर आप प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) योजना के तहत पहली बार घर खरीदते हैं, तो आपको सब्सिडी का लाभ मिलेगा। आप होम लोन पर ओल्ड टैक्स रिजीम में सेक्शन 80C और 24(b) के तहत टैक्स छूट का लाभ भी उठा सकते हैं। अगर आप अपनी पत्नी या मां यानी महिला के साथ मिलकर ज्वाइंट होम लोन लेते हैं, तो आपको ब्याज दर पर कुछ अतिरिक्त छूट मिल सकती है।
होम लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
होम लोन लेते समय आपकी वित्तीय स्थिति सबसे अहम होती है। आपको अपने आप से कुछ सवाल करने चाहिए। जैसे कि:
क्या आपकी मासिक आय स्थिर है?
क्या आपके पास इमरजेंसी फंड है?
क्या आप EMI का बोझ उठाने के लिए तैयार हैं?
क्या आपने डाउन पेमेंट के लिए जरूरी बचत की है?
अगर आपकी वित्तीय स्थिति मजबूत है और आप लंबी अवधि की प्लानिंग कर सकते हैं, तो अभी होम लोन लेना अच्छा विकल्प हो सकता है। आर्थिक जानकारों का मानना है कि आरबीआई इस साल रेपो रेट में और भी कटौती कर सकता है। इसका भी आपको लाभ मिलेगा।