कैंसर है या नहीं इस तरह से मात्र 10 सेकेंड में करें पता, किसी महंगे टेस्ट की जरूरत नहीं

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षणों का पता इस बीमारी की शुरूआत में नहीं लगता है। लेकिन अगर कैंसर की पहचान इसकी शुरूआत में न हो पाए तो यह जानलेवा हो सकता है। 

लोगों में जब तक इस बीमारी का पता चलता है बहुत देर हो चुकी होती हे। अगर कैंसर का पता शुरूआत में चल जाए तो इसका इलाज संभव है। कैंसर के 200 से भी ज्यादा प्रकार हैं और सबके अपने अगल-अगल लक्षण हैं। लेकिन अगर स्वास्‍थ्‍य में असामान्य  परिवर्तन हो तो कैंसर की जांच करानी चाहिए।  

1- सांस लेने में दिक्कत और आवाज़ भी आती है : अगर आपको अक्सर सांस लेने में दिक्कत होती है और सांस लेते वक्त आवाज़ भी सुनाई देती है, तो यह लंग कैंसर का संकेत हो सकता है।

2- सीने में दर्द और लंबी खांसी : कैंसर के कई मरीज़ बाजू और सीने में दर्द की शिकायत करते हैं। ये लंग ट्यूमर और ल्यूकेमिया का संकेत हो सकता है।

3- बार-बार इंफेक्शंस और बुखार : ल्यूकेमिया के शुरुआती दिनों में मरीज़ को बार-बार इंफेक्शन और बुखार होता है। ऐसा इसीलिए, क्योंकि शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स की गिनती नॉर्मल नहीं रहती। इससे बॉडी का इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है और बुखार, इंफेक्शंस के चांस बढ़ जाते हैं।

4- निगलने में दिक्कत : लंग, थ्रोट या इसोफेजियल कैंसर होने पर मरीज़ को खाना निगलने में दिक्कत होती है।

 5- अंडरआर्म के नीचे या गर्दन पर लिम्फ नोड्स में सूजन : लिम्फ नोड्स बीन्स की शेप में ग्लैंड्स होते हैं। कैंसर के शुरू होने पर यह सूज सकते हैं और अंडरआर्म के नीचे या गर्दन पर देखे जा सकते हैं। 

6- चोट लगना और खून निकलना : ल्यूकेमिया के कारण रेड ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स में बदलाव हो सकता है, जिससे ब्लीडिंग का भी खतरा हो जाता है।

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7- हमेशा थकान रहना : जब बॉडी ज़रूरत से ज़्यादा काम करती है, तब तो थकान होती ही है, लेकिन थकान का हमेशा रहना भी कैंसर का संकेत हो सकता है।

8- पेट के निचले हिस्से में दर्द : कैंसर की शुरुआत में पेट के निचले हिस्से में दर्द रहता है और पेट फूला-फूला भी रहता है। यह ओवेरियन कैंसर का संकेत हो सकता है।

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