बलरामपुर चिकित्सालय के डॉ० सौरभ अहलावत पर शिकायत मामले में जांच रिपोर्ट : निजी प्रैक्टिस के आरोप निराधार
लखनऊ : बलरामपुर चिकित्सालय लखनऊ के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ० सौरभ अहलावत पर हरदोई स्थित नर्सिंग होम में निजी प्रैक्टिस करने के आरोपों की जांच में उन्हें निर्दोष पाया गया है । यह शिकायत धनंजय अवस्थी नामक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई थी जिसमें डॉ० सौरभ अहलावत पर प्रत्येक गुरुवार को हरदोई के एक निजी नर्सिंग होम में मरीज देखने का आरोप लगाया गया था ।
शिकायत के संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों शिकायतकर्ता और डॉ० सौरभ अहलावत दोनों के बयान दर्ज किए गए । इस प्रकरण में मुख्य चिकित्साधिकारी हरदोई से भी प्रकरण की विस्तृत जांच कराई गई । जांच के दौरान शिकायतकर्ता ने बताया कि वह एक मजदूर के इलाज के लिए डॉ० सौरभ अहलावत के पास गए थे जिन्हें पहले हरदोई के निजी क्लीनिक में दिखाया जाता था । शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि मरीज उनका रिश्तेदार नहीं है । जांच के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा यह साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत प्रस्तुत नहीं किया गया कि डॉ० सौरभ अहलावत ने बालाजी नर्सिंग होम में निजी प्रैक्टिस करते हैं ।
उच्च अधिकारियों द्वारा की गई जांच रिपोर्ट के अनुसार शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा प्रतीत होते हैं तथा जांच में यह स्पष्ट हुआ कि शिकायतकर्ता का उद्देश्य मरीज का इलाज कराना नहीं था । जांच पूरी हो जाने के उपरांत डॉ० सौरभ अहलावत के खिलाफ इस मामले में प्राइवेट प्रैक्टिस करने के कोई प्रमाणित साक्ष्य नहीं मिले हैं । इस मामले में डॉ० सौरभ अहलावत के खिलाफ कोई सबूत न मिलने पर उन्हें निर्दोष करार दिया गया है तथा इसके साथ ही शिकायतकर्ता की मंशा पर भी सवाल उठाए गए हैं ।