अपनी ही सरकार में असुरक्षित जदयू नेता; अपराधियों ने घर में घुसकर पीटा, वाहन और नेम प्लेट भी तोड़े

मुंगेर जिले में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि सत्तारूढ़ दल के नेता भी अब सुरक्षित नहीं रह गए हैं। यहां सफियासराय थाना क्षेत्र के परहम पंचायत में जदयू के प्रखंड उपाध्यक्ष एवं उप मुखिया प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह के घर पर अपराधियों ने हमला बोल दिया। अपराधियों ने न सिर्फ घर में घुसकर मारपीट की बल्कि वहां खड़े वाहन के शीशे भी तोड़ दिए। इतना ही नहीं, उप मुखिया के नाम की नेम प्लेट को ईंट से मारकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार दहशत में है और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगा रहा है।

क्या है घटना के पीछे का कारण?
घायल उप मुखिया प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह ने बताया कि गांव के ही पवन कुमार, प्रिंस कुमार और रमन कुमार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हैं। उन्होंने बताया कि सरस्वती पूजा के दौरान ये लोग हथियार लेकर घूम रहे थे। जब उन्हें ऐसा करने से मना किया गया तो उन्होंने इस हमले को अंजाम दिया।

पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
हमले में घायल अजय कुमार सिंह को इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद स्थानीय सफियासराय थाना को सूचित किया गया, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उल्टा पुलिस ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और गाली-गलौज की।

अपराधियों पर पुराने आरोप
उप मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि जिन अपराधियों ने यह हमला किया है, वे पहले भी उन्हें जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। उनके खिलाफ स्थानीय थाने में पहले भी शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग खुलेआम शराब बेचते हैं और हथियारों का निर्माण करवाते हैं। लेकिन पुलिस इन्हें रोकने के बजाय पीड़ितों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है।

पुलिस अधीक्षक से न्याय की मांग
अजय कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने मुंगेर पुलिस अधीक्षक को वाट्सएप के जरिए पूरी घटना की जानकारी दी है और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो उनका पूरा परिवार असुरक्षित महसूस करेगा।

घटना से इलाके में दहशत
इस हमले के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब सत्तारूढ़ दल के नेता ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या उम्मीद की जा सकती है? पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर लोगों में आक्रोश है और सभी अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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