जापान में तेजी से बढ़ रहे इन्फ्लूएंजा के मामले
सर्दियां आते ही कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में लोगो अक्सर कई बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। दरअसल, इम्युनिटी कमजोर होने की वजह से विभिन्न वायरस और बैक्टीरिया आसानी से हमें अपना शिकार बना लेते हैं। बीते दिनों जहां भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, तो वहीं अब जापान में फ्लू (Japan Flu) के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। चिंता की बात यह है कि यहां पर इन्फ्लूएंजा (Influenza) मरीजों की औसत संख्या 10 साल में सबसे तेज गति से उच्च स्तर पर पहुंची है। इस बारे में खुद जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी।
इतना ही नहीं खुद भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को नियमित आधार पर जिलेवार इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर सांस की बीमारियों के मामलों पर नजर रखने और इसकी रिपोर्ट देने को कहा है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे फ्लू यानी इन्फ्लूएंजा से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में-
क्या है फ्लू?
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक फ्लू एक बीमारी है, जो आपको इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होती है। यही वजह है कि इसे इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है। इसके कारण सिर और शरीर में दर्द, गले में खराश, बुखार और रेस्पिरेटरी संबंधी लक्षण दिखाई देते हैं, जो गंभीर हो सकते हैं। फ्लू सर्दियों के महीनों में सबसे आम है, जब कई लोग एक साथ बीमार हो सकते हैं।
फ्लू के लक्षण क्या है?
फ्लू के लक्षण आमतौर पर जल्दी सामने आते हैं, जिसमें निम्न शामिल हो सकते हैं:-
- खांसी
- बुखार
- सिरदर्द
- ठंड लगना
- नाक बहना
- शरीर में दर्द
- गला खराब होना
- कमजोरी महसूस होना
- दस्त या उल्टी (आमतौर पर सिर्फ बच्चों में)
फ्लू का कारण क्या है?
आमतौर इन्फ्लूएंजा वायरस फ्लू का कारण बनता है। इनमें इन्फ्लुएंजा ए, बी और सी सबसे आम प्रकार हैं, जो लोगों को संक्रमित करते हैं। इन्फ्लुएंजा ए और बी मौसमी हैं, जो ज्यादातर लोगों को सर्दियों में होता है और इनके लक्षण ज्यादा गंभीर होते हैं। वहीं, इन्फ्लुएंजा सी गंभीर लक्षण पैदा नहीं करता है और यह मौसमी नहीं है।
फ्लू से कैसे करें बचाव?
फ्लू से बचने का सबसे अच्छा तरीका हर साल फ्लू का टीका लगवाना है। इस वैक्सीन से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा, जो संक्रमण को पहचानने और आपके बीमार होने बचाने में मदद करता है। इसके अलावा आप निम्न तरीकों से खुद को इस संक्रमण से बचा सकते हैं-
- अपने हाथ बार-बार साबुन और पानी से धोएं। अगर साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हैं, तो अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- छींकते या खांसते समय अपनी नाक और मुंह को कवर करें। आप इसके लिए अपनी कोहनी या टिशू का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- फ्लू या अन्य संक्रामक बीमारियों से पीड़ित लोगों के निकट संपर्क में आने से बचें।
- अगर आप बीमार हैं, तो दूसरों के आसपास जाने से बचें और मास्क जरूर पहनें।
- बार-बार अपने चेहरे, आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- दूसरों के साथ अपने खाने या खाने के बर्तन (कांटे, चम्मच, कप) आदि को शेयर न करें।