इंदौर: युवती ने हिजाब पहन कर उठाया भगवा और मुख में राम का नाम
श्रीराम भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा जो कि स्थापना 22 जनवरी को अयोध्या धाम पर की जानी है। उसी क्रम में कई श्रद्धालु अपने – अपने भावों ओर श्रद्धा के साथ अयोध्या धाम पहुच रहे हैं। ऐसा ही एक श्रद्धालू जो कि धर्म अधर्म की परिभाषा से परे होकर श्रीराम दर्शन को निकल पड़ा है, देखा जाए तो ये श्रद्धालु मुस्लिम धर्म का है। लेकिन उनकी आस्था श्रीराम जी से ऐसी जुड़ी है कि वो अपने जन्म स्थान मुम्बई से अयोध्या जिसकी दूरी लगभग 1600 किलोमीटर है। पैदल अपने दो मित्रों के निकल पड़ी हैं।
मुम्बई की शबनम शेख अपने दो साथी मित्र रमन शर्मा और विनीत पांडे के साथ मुंबई से अयोध्या पैदल यात्रा कर रही हैं। यह यात्रा मानपुर पहुँची जिसका माँ वैष्णो देवी सेवा समिति के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। माँ वैष्णोदेवी सेवा समिति प्रमुख महेश मामाजी ने बताया की प्रतिदिन की तरह आज भी वे अपनी समिति के साथ मंदिर पर हवन कर रहे थे ,उन्हें जैसे ही पता चला कि सबनम शेख पैदल अयोध्या धाम जा रही हैं तो उन्होंने शबनम शेख से मंदिर में चल रहे हवन में शामिल होने हेतु आग्रह किया और शबनम ने उनके आग्रह को स्वीकारते हुए हवन में बैठी फिर हनुमान चालीसा का हवन पाठ लगभग 30 मिनिट मन्दिर प्रांगण में चला उसके पश्चात शबनम शेख़ ने मां वैष्णो देवी सेवा समिति मानपुर के सभी सदस्यों को बहुत धन्यवाद दिया और भावुक होकर कहा कि भगवान का नाम लेकर तो में रोज यात्रा पर निकलती हूं। लेकिन आज ऐसा संयोग मिला है कि मुझे आपके इस माता जी के मंदिर में हनुमान जी हवन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
मुझे इस हवन के बाद एक अलग सी ऊर्जा मिलने का आभास हुआ है, ये ऊर्जा मुझे पैदल अयोध्या पहुचने में बहुत सहयोग करेगी, आप सभी के प्यार और स्नेह के लिए सभी का ध्यानवाद देते हुए भारत माता की जय वंदे मातरम ओर नारी शक्ति जिंदाबाद के नारे लगाते हुए मानपुर नगर के भ्रमण के पश्चात नगर के बाहर तक यात्रा को छोड़ा गया। शबनम शेख से चर्चा में उनके द्वारा बताया गया कि उनकी यात्रा 21 दिसंबर को प्रारंभ हुई थी उनकी यात्रा में पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिल रहा है और उन्हें यात्रा में किसी प्रकार कोई परेशानी नही आ रही है। उन्होने बताया कि भले ही वो मुस्लिम समाज में जन्मी हैं लेकिन उनके परिवार के लोग आज भी उनके घर मे रामायण और गीता जी पाठ करते हैं।