पहली तिमाही में क्यों घटी भारत का जीडीपी ग्रोथ, RBI गवर्नर ने दिया जवाब…
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 6.7 फीसदी पर गई। यह पिछली पांच तिमाहियों यानी 15 महीनों में सबसे कम है। जीडीपी ग्रोथ का पिछला निचला स्तर जनवरी-मार्च 2023 में था, जब अर्थव्यवस्था 6.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी। अब रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया है कि अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटने की क्या वजह है।
अब खर्च बढ़ाएंगी सरकारें
आरबीआई गवर्नर का कहना है कि लोकसभा चुनाव के चलते पहली तिमाही में केंद्र के साथ राज्य सरकारों का भी एक्सपेंडिचर यानी विकास कार्यों में किया जाने वाला खर्च काफी कम रहा। इसका ओवरऑल जीडीपी पर नकारात्मक असर देखने को मिला। लोकसभा चुनाव की शुरुआत 19 अप्रैल को हुई थी और नतीजे 4 जून को आए, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बनी।
सभी सेक्टर पकड़ रहे रफ्तार
शक्तिकांत दास ने Financial Institution Benchmarking and Calibration (FIBAC) में कहा कि जीडीपी ग्रोथ को बढ़ाने वाले सेक्टर रफ्तार पकड़ रहे हैं। इसकी साफ झलक डेटा से मिलती है। इससे जाहिर है कि भारत की ग्रोथ स्टोरी अभी भी बरकरार है और यह चीज आने वाली तिमाहियों नजर आएगी। उन्होंने कहा कि अब केंद्र और राज्य सरकारें भी अपने बजट अनुमान के हिसाब से विकास कार्यों के लिए खर्च बढ़ाना शुरू करेंगी।
ULI से कैसे मिलेगा लोन?
आरबीआई गवर्नर ने यूनिफाइड लिंक्ड इंटरफेस (ULI) पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यूएलआई प्लेटफॉर्म पर सिर्फ रेगुलेटेड एंटिटीज को कर्ज देने की इजाजत दी जाएगी। लेकिन, ऐसा नहीं होगा कि इस पर कुछ ही खिलाड़ियों का दबदबा रहेगा। यूपीआई की सफलता के बाद सरकार कर्ज लेने को आसान बनाने के लिए ULI ला रही है। इसमें यूजर बस पिन डालकर कर्ज ले पाएंगे, जैसा कि अभी यूपीआई से पेमेंट के मामले में होता है।