केंद्रीय खेल सचिव और साई के रवैये के खिलाफ रोष जताकर भारतीय पुरुष हैण्डबॉल टीम रवाना
सरोजनीनगर स्थित साई लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्र के सामने दिया धरना
लखनऊ। केंद्रीय खेल सचिव और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के मनमाने खेल विरोधी रवैये के खिलाफ सोमवार को भारतीय पुरुष हैण्डबॉल टीम में शामिल खिलाड़ियों ने सरोजनीनगर स्थित साई लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्र के सामने धरना दिया। टीम में शामिल खिलाड़ियों ने खेल भावना को आघात पहुंचाने वाली हरकतों के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। यूपी हैण्डबॉल एसोसिएशन के नेतृत्व में आयोजित इस धरने की शुरुआत सुबह 12 बजे से हुई और दोपहर एक बजे तक प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम 20वीं एशियन पुरुष हैण्डबॉल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए दम्माम रवाना हो गई।
टीम में शामिल खिलाड़ियों ने इस बात पर रोष जताया कि याचिकाकर्ता मोहित यादव के वकील श्री अखिलेश कालरा और श्री अविनाश चंद्रा और हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के वकील श्री आलोक सरन की जिरह के चलते इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने भारतीय टीम का खेलना सुनिश्चित करने को कहा था। फिर भी मनमाना रवैया अपनाते हुए हर संभव कोशिश की गई कि भारतीय टीम 18 से 31 जनवरी तक सऊदी अरब के दम्माम में हो रही इस चैंपियनशिप में हिस्सा न ले सके। इसके बाद भी टीम में शामिल खिलाड़ियों के खेल के प्रति जुनून के चलते भारतीय टीम चैंपियनशिप में खेलने जा रही है।
उत्तर प्रदेश हैण्डबॉल एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने कहा कि हमने केंद्रीय खेल सचिव और साई के महानिदेशक के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना दिया ताकि समय रहते ये लोग चेत जाये क्योंकि आपका ये मनमाना रवैया भारत को खेल महाशक्ति बनाने के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर के विजन को आघात पहुंचा रहा है। उन्होंने टीम में शामिल खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए शुभकामना दी।