भारत से बच्चा गोद लेने के लिए अब विदेशियों को देना होगा टेस्ट

भारत से बच्चा गोद लेने के लिए विदेश के भावी अभिभावकों को अब अपनी योग्यता संबंधित नोडल संस्था के सामने साबित करनी होगी। उन्हें इसके लिए अपने मानसिक स्वास्थ्य की जांच करानी होगी। नोडल संस्था सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (सीएआरए) ने इस बारे में अपने नियमों में बदलाव किया है। गौरतलब है कि अमेरिका में गोद ली गई भारतीय बच्ची शेरीन मैथ्यू की मौत के बाद सीएआरए ने ऐसा कदम उठाया है।

भावी अभिभावकों के साथ करीब 30-45 मिनट की बातचीत के जरिए उनका मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन होगा। इतना ही नहीं विदेशी आवेदकों को गोद लेने के लिए तैयार किए जाने वाली गृह अध्ययन रिपोर्ट (एचएसआर) के साथ अब मनोवैज्ञानिक जांच की रिपोर्ट भी देनी होगी।