14 साल बाद घरेलू टीम से अलग हुआ भारतीय क्रिकेटर

अनुभवी बल्‍लेबाज मंदीप सिंह ने शनिवार को पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन से घरेलू क्रिकेट में अलग होने की घोषणा की। मंदीप सिंह आगामी घरेलू सीजन में त्रिपुरा के लिए खेलते हुए नजर आएंगे। अगले महीने शुरू होने वाली दलीप ट्रॉफी में मंदीप सिंह त्रिपुरा का प्रतिनिधित्‍व करते हुए नजर आएंगे।

मंदीप ने 2010-11 रणजी ट्रॉफी सीजन में पंजाब के लिए अपना फर्स्‍ट क्‍लास डेब्‍यू किया था। इसके बाद से वह सभी प्रारूपों में टीम के प्रमुख खिलाड़ी के रूप में खेले और 14,000 से ज्‍यादा रन बनाए। इस दौरान उन्‍होंने 19 शतक और 81 अर्धशतक जमाए।

भारत का किया प्रतिनिधित्‍व

मंदीप सिंह को पंजाब के लिए शानदार खेल का इनाम मिला और उन्‍होंने 2016 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्‍व किया। उनका अंतरराष्‍ट्रीय करियर ज्‍यादा बड़ा नहीं रहा, जहां उन्‍होंने तीन पारियों में 87 रन बनाए। वहां मंदीप सिंह का सर्वश्रेष्‍ठ स्‍कोर नाबाद 52 रन रहा। इसके अलावा मंदीप सिंह ने आईपीएल में चार फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्‍व किया। 2023 में वह आखिरी बार कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलते हुए नजर आए थे।

पिछले कुछ सालों में मंदीप सिंह ने पंजाब टीम का नेतृत्‍व किया। 2023 में मंदीप ने अपनी कप्‍तानी में पंजाब को सैयद मुश्‍ताक अली ट्रॉफी का खिताब दिलाया। दाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने सामने से टीम का नेतृत्‍व किया और 8 पारियों में 138.01 के स्‍ट्राइक रेट से 167 रन बनाए।

मंदीप सिंह का सोशल मीडिया पोस्‍ट

मंदीप सिंह ने अपने आधिकारिक एक्‍स हैंडल पर एक फोटो शेयर किया और इसके साथ कैप्‍शन लिखा, ”अगले अध्‍याय की तरफ। वाहेगुरु मेहर करे।”

फोटो में लिखा है, ”पीसीए में मेरी यात्रा शानदार रही। जूनियर स्‍तर से सीनियर स्‍तर तक और 2023-24 सीजन में सैयद मुश्‍ताक अली ट्रॉफी में टीम का नेतृत्‍व किया। मैं पीसीए सचिव दिलशेर खन्‍ना, युवराज सिंह और हरभजन सिंह को धन्‍यवाद देना चाहता हूं, जिन्‍होंने इतने साल मेरा साथ दिया। मैं पीसीए प्रबंधन और स्‍टाफ का भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्‍होंने हमेशा मेरा साथ दिया।”

इसमें आगे लिखा गया, ”हालांकि, काफी विचार के बाद मुझे लगा कि अपने करियर में नए अध्‍याय की शुरुआत करने का समय है। मैंने फैसला लिया है कि यह आगे बढ़ने का सही समय है और आगामी घरेलू सीजन में त्रिपुरा के लिए खेलते हुए नजर आऊंगा। मैं त्रिपुरा में नई शुरुआत के लिए उत्‍साहित हूं और आने वाली कई उपलब्धियों व कीर्तिमानों का जश्‍न मनाऊंगा।”

मंदीप के हटने का प्रमुख कारण

मंदीप सिंह ने हाल ही में स्‍पोर्ट्स्‍टार को दिए इंटरव्‍यू में घरेलू टीम बदलने का कारण बताया था। पीसीए अधिकारियों से हुई बातचीत के बारे में खुलासा करते हुए मंदीप ने बताया कि टीम प्रबंधन युवाओं को मौका देना चाहता है और विशेषकर सफेद गेंद क्रिकेट में सिंह उनकी योजना का हिस्‍सा नहीं थे।

पंजाब के युवाओं की बात को समझते हुए मंदीप ने सभी प्रारूपों में खेलने के इरादे से त्रिपुरा का दामन थामा। देखना दिलचस्‍प होगा कि आगामी घरेलू सीजन में मंदीप सिंह किस तरह का प्रदर्शन करते हैं।

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