भारत-चीन ने डोकलाम विवाद के बाद पहली बार इन मुद्दों पर की बातचीत

भारत और चीन ने डोकलाम गतिरोध के बाद शुक्रवार को दोनों देशों के बीच पहली बार बातचीत हुई.  सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में 72 दिनों तक चले गतिरोध के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली ऐसी वार्ता थी. सीमा विचार-विमर्श एवं समन्वय तंत्र पर अपनी पहली बैठक की और अपनी सीमा के सभी सेक्टरों में हालात की समीक्षा की. दोनों पक्षों ने विश्ववास बहाली उपायों एवं सैन्य संपर्कों को बढ़ाने पर बातचीत हुई हालांकि यह इस बात निर्भर करता है कि जमीनी स्तर पर इसे कैसे लागू किया जाता है.भारत-चीन

विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) प्रणय वर्मा और चीन के एशियाई मामलों के विभाग के महानिदेशक श्याओ कियान के बीच यह बातचीत हुई. बातचीत रचनात्मक रही और इसमें आगे की राह पर चर्चा हुई. दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा के सभी सेक्टरों के हालात की समीक्षा की और इस बात पर सहमत हुए कि सीमाई इलाकों में अमन-चैन द्विपक्षीय संबंधों के सतत विस्तार की पूर्व शर्त है. दोनों पक्षों ने विश्वास बहाली उपायों एवं दोनों देशों के सैन्य संपर्कों को मजबूत करने को लेकर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया.

इसे भी पढ़े: 6.9 तीव्रता से आया तिब्बत में भूकंप, जमीन से 10 किलोमीटर नीचे भूकंप की गहराई

बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि भारत-चीन सीमा मामलों पर विचार-विमर्श एवं समन्वय के कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) का 10वां दौर बीजिंग में आयोजित हुआ. भारत-चीन के सीमाई इलाकों में अमन-चैन कायम रखने के लिए विचार-विमर्श एवं समन्वय के संस्थागत तंत्र के तौर पर डब्ल्यूएमसीसी की स्थापना 2012 में हुई थी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button