बुरहानपुर में महिलाओं के बालों की बढ़ती मांग, कीमत ड्राई फ्रूट से भी ज्यादा

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में महिलाओं के बालों की खरीद-फरोख्त तेजी से बढ़ रही है. खासकर त्योहारों के मौसम में बालों की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. महिलाएं अपने बाल बेचकर पैसे कमाती हैं, और कुछ महिलाएं इसके बदले में बर्तन भी प्राप्त करती हैं. बालों से नए-नए आइटम और वेनिया (विग) तैयार की जाती हैं, जिससे इनकी मांग में तेजी आई है.

बालों की बढ़ती कीमतें: मांग से मूल्य में उछाल
बुरहानपुर जिले में महिलाओं के बालों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. कुछ समय पहले तक जो बाल ₹2500 प्रति किलो बिकते थे, वे अब ₹3000 प्रति किलो तक बिक रहे हैं. दीपावली के करीब आते ही इस महीने बालों के दाम में ₹500 प्रति किलो का इजाफा हुआ है. बाल खरीदने वाले शेख यूनुस ने लोकल 18 को बताया कि वे गली-मोहल्लों में घूम-घूम कर महिलाओं के बाल खरीदते हैं. दिनभर की मेहनत से उन्हें लगभग 250 ग्राम से आधा किलो बाल मिलते हैं, जिसे वे बड़े बाजारों में बेचते हैं.

बालों के बदले बर्तन: एक नया विकल्प
बाल खरीदने वाले केवल पैसे ही नहीं, बल्कि बर्तन भी प्रदान करते हैं. जिन महिलाओं के पास कम बाल होते हैं, वे इसके बदले बर्तन लेना पसंद करती हैं. ये बाल बाद में दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में बेचे जाते हैं, जहां से इन्हें प्रोसेस कर कई तरह के उत्पाद बनाए जाते हैं. बालों का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की विग, एक्सटेंशन और अन्य फैशन से जुड़े आइटम बनाने में किया जाता है, जिसकी मांग तेजी से बढ़ रही है.

महिलाओं के लिए अतिरिक्त आय का साधन
बाल बेचना महिलाओं के लिए एक अतिरिक्त आय का स्रोत बन गया है. कई महिलाएं अपने कटे हुए बालों को एकत्रित कर रखती हैं, और जैसे ही फेरी वाले बाल खरीदने आते हैं, वे उन्हें बेच देती हैं. कुछ महिलाएं आर्थिक तंगी से जूझ रही होती हैं, इसलिए वे बालों के बदले नकद पैसे लेना पसंद करती हैं, जबकि कुछ महिलाएं बालों के बदले बर्तन लेना बेहतर समझती हैं.

बालों का व्यापार: कैसे होता है प्रोसेसिंग
शेख यूनुस ने जानकारी दी कि बालों की यह खरीद-फरोख्त एक संगठित व्यापार है. बालों को बड़ी मात्रा में एकत्रित कर बड़े शहरों में भेजा जाता है, जहां इन्हें प्रोसेस किया जाता है. प्रोसेसिंग के बाद इन्हें विभिन्न उद्योगों में उपयोग किया जाता है. बालों से बने आइटम जैसे विग, हेयर एक्सटेंशन आदि की डिमांड बढ़ रही है, जिससे बालों की कीमतें भी बढ़ती जा रही हैं.

पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक योगदान
इस प्रक्रिया से जहां महिलाओं को अतिरिक्त आय का स्रोत मिलता है, वहीं यह पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करता है. बालों को सही तरीके से प्रोसेस करके उन्हें दोबारा उपयोग में लाया जाता है, जिससे अपशिष्ट कम होता है. साथ ही, महिलाओं के लिए यह एक सुरक्षित और सुविधाजनक तरीका बन गया है, जिससे वे घर बैठे भी अपनी आय बढ़ा सकती हैं.

Back to top button