सीरिया में तख्तापलट के बाद चीन की बढ़ी मुसीबत
सीरिया में 50 साल से ज्यादा समय तक रहा असद शासन का अंत हो चुका है। अब खबर सामने आ रही है कि विद्रोही सरकार विदेशी आतंकवादी समूह के सदस्यों को सेना के उच्च पदों पर तैनात कर रही है। इस पर चीन ने चिंता जताई है।
चीन ने सीरिया की नई सरकार द्वारा विदेशी आतंकवादी लड़ाकों, खासकर उइगर उग्रवादी समूह के सदस्यों को उच्च सैन्य पदों पर नियुक्त किए जाने पर गहरी चिंता जताई है। उसका कहना है कि यह स्थिति चिंता का कारण है, क्योंकि उइगर समूह बीजिंग के शिनजियांग प्रांत में सक्रिय है और वहां कई हमलों के लिए जिम्मेदार है।
सीरिया में 50 साल का शासन समाप्त
गौरतलब है, सीरिया में 50 साल से ज्यादा समय तक असद परिवार का शासन रहा। मगर अब असद शासन का अंत हो चुका है। कुछ दिन पहले ही इस्लामी आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) और उसके सहयोगी विद्रोहियों ने उत्तर-पश्चिमी सीरिया में एक बड़ा हमला कर दिया। इस हमले के बाद असद सरकार का पतन हो गया और राष्ट्रपति असद को देश छोड़कर भागना पड़ा।
टीआईपी सीरिया में आए नजर
वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी (टीआईपी) के लड़ाके सीरिया में कब्जा किए गए इलाकों में मार्च करते और हथियार लहराते दिखाई दे रहे हैं। बता दें, टीआईपी एक उइगर आतंकवादी समूह है जो चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुसलमानों के लिए लड़ता है। 1990 के दशक में चीन सरकार के अत्याचारों से बचने के लिए कई उइगर सीरिया चले गए और वहां गृहयुद्ध में शामिल हो गए थे।
सीरिया की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए न होने दें: कांग
चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू कांग ने बुधवार को सीरिया पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ब्रीफिंग के दौरान चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि बीजिंग सामने आ रहीं खबरों पर बहुत चिंतित है। कहा जा रहा है कि सीरियाई सेना ने हाल ही में कई विदेशी आतंकवादी लड़ाकों को सेना में उच्च पदों पर नियुक्त किया है। इसमें ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ईटीआईएम) का प्रमुख भी शामिल है। उन्होंने सीरिया से आतंकवाद के खिलाफ अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने और किसी भी आतंकवादी समूह को सीरियाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने से रोकने की अपील की।
इतने अधिकारियों की नियुक्ति
सीरिया से सामने आ रही रिपोर्टों के अनुसार, नए सीरियाई शासन ने 50 नए सैन्य अधिकारियों की नियुक्ति की है, जिनमें छह विदेशी लड़ाके शामिल हैं, जिनमें ईटीआईएम के सदस्य भी हैं। ये नियुक्तियां हयात तहरीर अल-शाम द्वारा की गई हैं, जो अब देश में प्रभावी रूप से शासन कर रही है।
रिपोर्ट में जो नाम प्रकाशित हुए हैं, उनके आधार पर उनमें चीनी उइगर, एक जॉर्डन और एक तुर्की नागरिक शामिल होने की बात कही जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सभी को कर्नल या ब्रिगेडियर-जनरल के रूप में उच्च रैंकिंग वाले पद दिए गए हैं।
सीरिया के बाद अब चीन की बारी?
सीरिया में असद सरकार के पतन के बाद तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी ने ‘पूर्वी तुर्किस्तान’ को आजाद कराने की घोषणा की है। यह चीन के शिनजियांग प्रांत के लिए एक बड़ा खतरा है। ईटीआईएम के लड़ाके सीरिया में गृहयुद्ध में शामिल हो चुके हैं और अब वे चीन वापस जाकर वहां हिंसा और आतंक फैला सकते हैं। ईटीआईएम ने जो प्रचार वीडियो जारी किए हैं, उनमें उसके लड़ाके काफी तैयार और अनुभवी दिखाई दे रहे हैं। इससे चीन और दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है कि ईटीआईएम बड़े आतंकी हमले कर सकता है।