सर्दियों में इम्युनिटी को बूस्ट रखेगी घर पर बनी आंवला कैंडी
सर्दियों का मौसम आते ही बाजारों में आंवले की भरमार हो जाती है। यह छोटा सा फल विटामिन सी का खजाना है और हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाता है। आंवले का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने और त्वचा को निखारने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। ऐसे में, आज हम आपको आंवला कैंडी की एक ऐसी आसान रेसिपी (Amla Candy Recipe) बताने जा रहे हैं जो स्वाद के साथ-साथ आपकी सेहत का भी खूब ख्याल रखेगी। यकीन मानिए, अगर आप यहां बताई रेसिपी से आंवला कैंडी बनाएंगे तो यह बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी को काफी पसंद आएगी। आइए जानें।
आंवला कैंडी बनाने के लिए सामग्री
1 किलो आंवला
600 ग्राम मिश्री
2 बड़े चम्मच नींबू का रस
50 ग्राम मिश्री का पाउडर (गार्निशिंग के लिए)
आंवला कैंडी बनाने की विधि
सबसे पहले आंवले को अच्छी तरह धो लें और पानी में उबाल लें। उबलने के बाद 2 मिनट तक उबालें और फिर 5 मिनट के लिए ढककर रख दें। इससे आंवले नरम हो जाएंगे।
इसके बाद उबले हुए आंवले को किसी बड़े बर्तन में निकाल लें और ऊपर से 600 ग्राम मिश्री डाल दें। बर्तन को ढककर एक रात के लिए छोड़ दें।
अगले दिन आप देखेंगे कि मिश्री पूरी तरह से पिघलकर शरबत बन गया है और आंवले उसमें तैर रहे हैं। चम्मच से शरबत को अच्छी तरह मिला लें।
अब आंवले को धूप में या ओवन में कम तापमान पर सुखाएं। जब आंवले पूरी तरह से सूख जाएं तो उन्हें एक प्लेट में निकाल लें।
फिर सूखे हुए आंवले को मिश्री के पाउडर से अच्छी तरह कोट कर लें।
आंवला कैंडी को एक एयरटाइट कंटेनर में भरकर ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें।
स्पेशल टिप्स
आप चाहें तो मिश्री की जगह चीनी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
आंवले को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर भी सुखाया जा सकता है।
आंवला कैंडी को और भी स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसमें इलायची पाउडर या केसर भी मिला सकते हैं।
अगर आप जल्दी में हैं तो आप आंवले को माइक्रोवेव में भी सुखा सकते हैं।
आंवला कैंडी खाने के फायदे
आंवला कैंडी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करती है।
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिहाज से भी आंवला कैंडी बढ़िया है।
आंवला कैंडी आंखों की रोशनी के लिए भी अच्छी होती है।
बालों को हेल्दी रखने के लिए भी आप आंवला कैंडी खा सकते हैं।
आंवला कैंडी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होती है।
आंवला कैंडी में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन-सी और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन क्योंकि इसमें चीनी भी ज्यादा होती है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।