आदिपुरूष फिल्म का उत्तराखंड में भी विरोध हुआ शुरू
आदिपुरूष फिल्म रिलीज होने के बाद इसका विरोध बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड में भी आदिपुरूष फिल्म का विरोध शुरू हो गया है। संत समाज ने केंद्र सरकार से हाल ही में रिलीज हुई फिल्म आदिपुरूष के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है। फिल्म पर रोक नहीं लगाए जाने पर संत समाज ने हरकी पैड़ी पर धरना देने और आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
श्री गरीबदासीय आश्रम में संत समाज की बैठक के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि ने कहा कि आदिपुरूष में सनातन हिंदू संस्कृति पर जिस प्रकार कुठाराघात किया गया है। वह सहन करने योग्य नहीं है। फिल्म में संवादों और पात्रों का चित्रण अत्यन्त असहज है। उन्होंने कहा कि आज के युवा और बच्चों के अंतर्मन पर फिल्म का विपरीत असर होगा और वे भगवान राम के आदर्शो से वंचित रह जाएंगे।
सरकार को तत्काल फिल्म पर रोक लगानी चाहिए। स्वामी रविदेव शास्त्रत्त्ी ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम के जीवन पर आधारित फिल्म आदिपुरूष में निर्माता निर्देशक ने तमाम मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए भावनाओं को आहत करने का काम किया है। फिल्म में सी ग्रेड के संवाद रखकर हिंदू धर्म का उपहास उड़ाया गया है। जिसे संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
स्वामी अमृतानंद ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम व माता सीता करोड़ों हिंदुओं के आराध्य हैं। आदिपुरूष में जिस प्रकार के संवादों का उपयोग किया गया है। वह सहन करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को आदिपुरूष के निर्माता निर्देशक के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर जेल भेजना चाहिए और फिल्म के प्रसारण पर रोक लगानी चाहिए।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि फिल्म पर रोक नहीं लगायी तो संत समाज हरकी पैड़ी पर धरना देगा और आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा। बैठक में महंत गंगादास, महंत सूरजदास, महंत श्याम प्रकाश, स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी अमृतानंद, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी लाल बाबा, स्वामी अनंतानंद, महंत परमेश्वर मुनि, स्वामी कृष्णानंद, महंत विष्णुदास, महंत रघुवीर दास आदि सहित षड़दर्शन साधु समाज व युवा भारत समाज सहित संत समाज से जुड़े कई संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
जिले में फिल्म के प्रसारण पर रोक लगे
आदिपुरूष फिल्म के रिलीज होने के बाद विरोध बढ़ता जा रहा है। अखिल भारतीय सनातन परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने नायब तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा और अविलम्ब हरिद्वार जनपद में आदिपुरुष फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। परिषद के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता महामंडलेश्वर महेशानंद गिरी ने कहा कि यह फिल्म हरिद्वार की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म है।
इसलिए पूरे जनपद में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाए। कहा कि आदिपुरुष फिल्म में भारतीय संस्कृति का अपमान किया गया है। इस दौरान सतीश वन, पुरुषोत्तम शर्मा, सुधांशु वत्स, भोला शर्मा, मनोज, सोनू गुर्जर, लोकेश चौधरी, अरुण चौहान, अभिजीत सिंह चौहान, सुमित कश्यप, अंकुश चौधरी, आदि उपस्थित रहे।