इस आर्टिकल में हम इसपर चर्चा करेंगे कि प्राणायाम के वास्तविक लाभों को पाने के लिए क्या करें..

प्राणायाम, सांस को नियंत्रित करने का प्राचीन तरीका है, जिसे रोजाना करने से अनेकों स्वास्थ्य लाभ हैं। तनाव और चिंता को कम करने से लेकर शरीर में ऑक्सीजन लेवल का विस्तार करने तक, प्राणायाम शरीर और दिमाग दोनों के लिए कई तरह से फायदेमंद है। हालांकि, कुछ लोग शिकायत करते हैं कि वे हर दिन प्राणायाम करते हैं फिर भी उन्हें इसके अधिक फायदे नहीं मिल पाते। ऐसे में प्राणायाम का संपूर्ण लाभ उठाने के लिए इस अभ्यास को सही मानसिकता और तकनीक के साथ अपनाना बेहद जरूरी है। इस आर्टिकल में हम इसपर चर्चा करेंगे कि प्राणायाम के वास्तविक लाभों को पाने के लिए क्या करें।

प्राणायाम के अधिकतम लाभ पाने के लिए क्या करें?

1. किसी अनुभवी ट्रेनर से सीखें

प्राणायाम में मुख्य रूप से श्वास से जुड़ी गतिविधियां शामिल होती हैं, जिसे करने के कुछ तकनीक होते हैं। इस तकनीक को जानने के लिए एक अनुभवी चिकित्सक या ट्रेनर से सीखें। एक जानकार शिक्षक की तलाश करें, जो अभ्यास के दौरान आपका मार्गदर्शन कर सके और आपको प्राणायाम से जुड़ी सही तकनीकों, सांस लेने के पैटर्न और सावधानियों को समझने में मदद कर सके।

2. बुनियादी बातों से शुरुआत करें

प्राणायाम में विभिन्न तकनीक शामिल हैं, लेकिन बुनियादी बातों से शुरुआत करना हमेशा अच्छा होता है। सरल तरीके से सांस लेने के व्यायाम से शुरुआत करें जैसे गहरे पेट से सांस लेना और फिर धीरे-धीरे इसके अन्य तकनीकों पर जाना। एक बार जब आप इन मूलभूत तकनीकों में महारत हासिल कर लेते हैं, तो धीरे-धीरे प्राणायाम के दूसरे तकनीकों को भी सीखने लगते हैं।

3. हर रोज अभ्यास करें

जब प्राणायाम के लाभ प्राप्त करने की बात आती है, तो यह बेहद जरूरी है कि आप इसमें निरंतरता बनाए रखें। इस अभ्यास को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करें और इसके लिए एक निश्चित समय निर्धारित करें। यहां तक कि प्रतिदिन कुछ मिनटों का प्राणायाम भी समय के साथ महत्वपूर्ण परिणाम दे सकता है।

4. अपने शरीर की सुनें

प्राणायाम अभ्यास के दौरान अपने शरीर के संकेतों पर जरूर ध्यान दें। अगर ऐसा करते वक्त शरीर को थोड़ी भी असुविधा, चक्कर आना या कोई अन्य नकारात्मक प्रभाव महसूस हो, तो उसे तुरंत वहीं रोक दें और किसी एक्सपर्ट से सलाह लें। प्राणायाम का अभ्यास बिना किसी बल या तनाव के, आराम और सौम्यता के साथ किया जाना चाहिए।

5. प्राणायाम को आसन और ध्यान के साथ जोड़ें

योग आसन और ध्यान के साथ जोड़ने पर प्राणायाम और भी अधिक शक्तिशाली हो सकता है।

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