अमेरिकी नौसेना में अब दाढ़ी रखने वाले और पगड़ी पहनने वाले सिखों की होगी एंट्री, जानें ..

अमेरिका की एक अदालत ने फैसला सुनाया है कि नौसेना अब दाढ़ी रखने वाले और पगड़ी पहनने वाले सिखों को प्रवेश से मना नहीं कर सकती है। यह उन सिख लोगों के लिए बड़ी जीत है, जो अमेरिकी नौसेना में सेलेक्शन के बाद भी अपने धार्मिक विश्वासों को त्यागे बिना ट्रेनिंग में शामिल नहीं हो सकते थे।

बता दें कि आकाश सिंह, जसकीरत सिंह, और मिलाप सिंह चहल नाम के तीन सिख नौजवानों ने अमेरिकी नौसेना में सेलेक्शन के बाद उस मरीन ग्रूमिंग नियम से छूट मांगी थी, जिसमें पुरुषों को अपनी दाढ़ी मुंडवाने व पगड़ी खोलने की आवश्यकता थी लेकिन उन्हें इस बात की इजाजत नहीं मिली।

पहले ढाढ़ी के साथ नहीं कर सकते थे नौसेना में एंट्री

मरीन कॉर्प्स ने तीन सिख पुरुषों से साफ कहा कि वे केवल तभी काम कर सकते हैं जब वे ट्रेनिंग से पहले अपनी दाढ़ी खत्म करा लें। इसके बाद उन्होंने सितंबर में यूएस कोर्ट में अपील की। फिर, यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स की तीन जजों की बेंच ने शुक्रवार को अपना फैसला सुनाया।

वहीं, तीन लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील एरिक बैक्सटर ने ट्वीट किया, ‘अदालत ने अभी फैसला सुनाया है कि अमेरिकी मरीन कॉर्प्स में देश की सेवा करते हुए सिख अपनी धार्मिक विश्वास को बनाए रख सकते हैं। अब तीन सिख अपनी दाढ़ी के साथ ट्रेनिंग में प्रवेश कर सकते हैं। यह धार्मिक स्वतंत्रता के लिए एक बड़ी जीत है- सालों से, मरीन कॉर्प्स  दाढ़ी वाले सिख को सेलेक्शन के बाद उन्हें ट्रेनिंग में प्रवेश देने से रोक देता था, अब ऐसा नहीं होगा।’

सिख धर्म में कई नियमों का होता है पालन

इस मामले में नौसेना का मानना है कि दाढ़ी सेना की समानता और नई भर्तियों के बीच उपस्थिति को प्रभावित करेगी, अंततः राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होगा। बता दें कि सिख धर्म में, पुरुषों को बाल नहीं कटवाना होता है और साथ बड़ी ढाढ़ी रखने के साथ कई नियमों का पालन करना पड़ता है। हालांकि, अमेरिकी नौसेना महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कई प्रकार की छूट देता है।

Back to top button