बाबा बर्फानी के रंग में रंगा मंदिरों का शहर.. पहला जत्था रवाना

मंदिरों का शहर जम्मू बाबा बर्फानी के रंग में रंग गया है। शुक्रवार को तड़के बम भोले के जयघोष के साथ पहल जत्था कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पहले जत्थे में कुल 4603 तीर्थयात्री जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुए।

यह तीर्थयात्री बालटाल और पहलगाम आधार शिविर पहुंचेंगे। उसके बाद शनिवार सुबह तड़के पवित्र गुफा की ओर यात्रा आरंभ करेंगे। इस बार यात्रा 52 दिन तक चलेगी। यात्रा 29 जून से शुरू होने जा रही है। 19 अगस्त तक बाबा बर्फानी के भक्त उनके दर्शन कर सकेंगे।

अमरनाथ यात्रा तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाने से पहले एलजी मनोज सिन्हा ने मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना भी की। इस दौरान भगवती नगर में अलौकिक नजारा देखने को मिला। देशभर से पहुंचे श्रद्धालु बाबा भोले के जयघोष लगा रहे थे। कोई बाबा के भजन गा रहा था तो कई उन भजनों पर झूमता हुआ नजर आ रहा था।

हर किसी के चेहरे पर अलग ही खुशी थी। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जाने वाले पहले में शामिल तीर्थयात्रियों ने अपने को खूब भाग्यशाली बताया। एक तीर्थयात्री ने कहा कि वह इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे और आखिर आज यह दिन आ ही गया। भगवान भोले ने उन्हें पहले जत्थे में शामिल होने का मौका दिया, इसलिए बेहद खुश हैं।

दक्षिण कश्मीर हिमालय में लगभग 13,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा के लिए दो मार्गों से यात्रा पूरी की जाती है। एक मार्ग बालटाल आधार शिविर से शुरू होता है तो दूसरा पहलगाम आधार शिविर से। कश्मीर घाटी के जिले अनंतनाग में नुनवान-पहलगाम मार्ग पारंपरिक है और यह करीब 48 किलोमीटर लंबा है। वहीं, गंदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटे लेकिन खड़ी पहाड़ियों से घिरा बालटाल मार्ग है।

पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाने के बाद एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, “अमरनाथ यात्रा तीर्थयात्रियों का पहला जत्था जम्मू से रवाना हो गया है। पिछले 3-4 सालों में यात्रा के लिए बहुत सारे इंतजाम किए गए हैं और इस बार भी जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सभी जरूरी इंतजाम किए हैं, सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कहा, सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध यात्रा के लिए मेरी शुभकामनाएं। बाबा अमरनाथ सभी के जीवन में शांति, खुशी और समृद्धि लाएं।’

उन्होंने यात्रा को सफल बनाने के लिए स्थानीय लोगों से सहयोग मांगा और कहा कि तीर्थयात्रा के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

अमरनाथ यात्रा के शुरू होने से पहले हजारों तीर्थयात्री जम्मू पहुंच चुके हैं। 4603 श्रद्धालुओं में 3631 पुरुष, 711 महिलाएं, 252 साधु और नौ बच्चे शामिल हैं। वे 231 वाहनों के काफिले में सवार थे।

इस दौरान एलजी के साथ मौजूद भाजपा नेता देवेंद्र सिंह राणा ने कहा, “हमें उम्मीद है कि भोले शंकर की कृपा से इस साल भी यात्रा खुशियां लेकर आएगी और हर साल की तरह सभी के लिए अच्छा अनुभव होगा। लोगों को जम्मू-कश्मीर के लोगों का प्यार, स्नेह और दुलार मिलेगा। पूरे देश के लोगों को भगवान शिव का आशीर्वाद मिलेगा। पूरा भारत और जम्मू-कश्मीर विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा। हर साल की तरह इस साल भी सभी इंतजाम किए गए हैं।”

सुरक्षा को मजबूत करने और यातायात संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर सीसीटीवी भी लगाए गए हैं।

पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दरबार में हाजिरी लगाई थी। अब तक 3.5 लाख तीर्थयात्री पंजीकरण करा चुके हैं। जबकि, जम्मू में तत्काल पंजीकरण के लिए भी बड़ी संख्या में भोले के भक्त पहुंच रहे हैं। हर रोज पंजीकरण किया जा रहा है।

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