सावन माह में भगवान शिव को गलती से भी न चढ़ाएं ये चीजें, घर में हो सकता है दरिद्रता का वास

भगवान शंकर की उपासना के लिए सावन का महीना बेहद खास होता है। इस माह ज्यादा से ज्यादा शिव पूजन करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इसके प्रत्येक सोमवार को भोलेनाथ की आराधना के साथ उनका जलाभिषेक अवश्य करना चाहिए। कहा जाता है इससे जीवन में आने वाली दरिद्रता का नाश होता है। इसके साथ ही सभी प्रकार के रोग-दोष समाप्त होते हैं। वहीं, सावन में कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनका पूजा में गलती से भी उपयोग नहीं करना चाहिए, तो आइए जानते हैं –

शिव जी को न अर्पित करें ये चीजें
ऐसा माना जाता है शिव जी को भूलकर भी सिंदूर और रोली नहीं अर्पित करना चाहिए ।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भोलेनाथ को केतकी और कमल का फूल नहीं अर्पित करना चाहिए।
शिव पूजन में सफेद रंग का उपयोग शुभ माना जाता है।
भोले बाबा को हल्दी नहीं अर्पित करनी चाहिए।
इसके साथ ही शिवलिंग पर स्त्री से जुड़ी किसी भी चीज को अर्पित नहीं करना चाहिए।
शिव जी को सुहाग की सामग्री व उसके किसी भी प्रतीक को नहीं चढ़ाना चाहिए।
भोले बाबा को तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए।
भगवान शंकर को नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि यह देवी लक्ष्मी का प्रतीक है।

सोमवार तिथि और समय
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन माह की शुरुआत 22 जुलाई, दिन सोमवार से होगी। वहीं, इसका समापन 19 अगस्त दिन सोमवार को रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर होगा। इसके साथ ही सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 जुलाई, 2024 दिन रविवार को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी। पंचांग को देखते हुए 22 जुलाई से सावन शुरू होगा।

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