1 जून की 230 ट्रेनों के लिए पिछले 24 घंटे में 13 लाख से ज्यादा टिकटों की बुकिंग हो चुकी
इंडियन रेलवे 1 जून से 230 पैसेंजर ट्रेनों को चलाने की घोषणा कर चुका है और गुरुवार को इसके लिए टिकटों की बुकिंग भी शुरू हो चुकी है. हैरान करने वाली बात ये है कि इन 230 ट्रेनों के लिए पिछले 24 घंटे में 13 लाख से ज्यादा टिकटों की बुकिंग हो चुकी है.
रेलवे ने 21 मई यानी गुरुवार को सभी 230 पैसेंजर ट्रेनों के लिए सभी श्रेणियों में बुकिंग की विंडो को खोल दिया था. साथ ही रेलवे ने काउंटर से भी टिकट बुकिंग की सुविधा को शुरू कर दिया है.
शुकवार को रेलवे ने कहा, ‘देश के विभिन्न स्टेशनों को जोड़ने वाली 230 पैसेंजर ट्रेनों में सभी प्रकार के श्रेणियों के लिए रेलवे टिकटों की बुकिंग को खोल दिया गया है.
रिजर्वेशन टिकट ऑनलाइन बुकिंग और रेलवे आरक्षण काउंटरों के माध्यम से बुक किए जा सकते हैं. कल से अब तक 13 लाख से अधिक यात्रियों ने टिकट बुक की है.’ इससे पहले गुरुवार को टिकटों की बुकिंग शुरू होते ही पहले एक घंटे में 1.5 लाख टिकटों की बुकिंग हुई थी. वहीं, शुरुआती ढाई घंटों में 4 लाख टिकट बुक हो गए थे.
इन 230 ट्रेनों के लिए रेलवे ने टिकट काउंटर खोल दिए हैं. इसके अलावा यात्री IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बुक करवा सकते हैं.
यही नहीं, पोस्ट ऑफिस, यात्री टिकट सुविधा केंद्र (YTSK), पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) और कॉमन सर्विस सेंटर्स से भी टिकट बुक करवा सकते हैं.
बता दें कि रेलवे ने लोगों को बड़ी राहत देते हुए एक जून से रोजाना 230 ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है. रेल मंत्रालय ने इस बात की घोषणा मंगलवार को की थी. इन रेलगाड़ियों में एसी, स्लीपर और जनरल डिब्बे भी होंगे. ये ट्रेनें रोजाना चलेंगी.
ये ट्रेनें मौजूदा समय में प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश पहुंचाने के लिए चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और दिल्ली से 15 शहरों के लिए चलाई जा रही एसी स्पेशल ट्रेनों से अलग होंगी. इससे पहले रेलवे ने 30 जून तक के लिए सभी नियमित यात्री रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया था.
रेलवे ने कहा कि इन 230 रेलगाड़ियों को चलाने से उन प्रवासियों को भी मदद मिलेगी जो किसी कारण श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों की सुविधा नहीं ले पा रहे हैं.
रेलवे ने कहा कि इस बात की कोशिश की जाएगी कि वे (प्रवासी) जहां पर हैं वहीं पर नजदीक के रेलवे स्टेशन से रेलगाड़ी में सवार हो सकें.