गोरखपुर उपचुनाव में सपा ने पिछड़े नेताओं की फौज उतारी

गोरखपुर में पिछड़ी जातियों की अच्छी तादाद है। सर्वाधिक आबादी निषादों की है। इसके बाद यादव और पिछड़े वर्ग की अन्य जातियां आती हैं। जातीय समीकरण देखते हुए सपा ने प्रवीण निषाद को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने उनके चुनाव प्रचार की कमान पिछड़े वर्ग के नेताओं को सौंपी है।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि पार्टी के निर्देश पर गोरखपुर में विधान परिषद सदस्य रामसुन्दर दास निषाद, पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत पप्पू निषाद, एमएलसी राजपाल कश्यप, रामजतन राजभर रामनगीना साहनी, रामदुलार राजभर, विश्वनाथ विश्वकर्मा, एमएलसी लीलावती कुशवाहा, जयकिसान साहू, रमेश प्रजापति और प्रसिद्ध नारायण चौहान को चुनाव प्रचार में भेजा गया है।
चौधरी ने कहा, गोरखपुर के मतदाता भाजपा द्वारा अपने वादों को नकार देने और जनहित की कोई योजना लागू न होने से बुरी तरह आक्रोशित हैं। भाजपा नेता बहकाने के लिए जाति-धर्म की राजनीति करने लगे हैं।
आम नागरिक भी पूछने लगा है कि जनधन खाते में 15 लाख भेजने, नौजवानों को नौकरियां देने, किसानों की आमदनी दुगनी करने जैसे वादों का क्या हुआ? महिलाओं की इज्जत हरवक्त खतरे में क्यों रहती है?