कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में बड़ा हादसा, 4 कार्यकर्ताओं को लगा करंट

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर्नाटक के बेल्लारी में हादसे का शिकार हो गई है. कांग्रेस की इस यात्रा में शामिल 4 कार्यकर्ता करंट का शिकार हो गए हैं. सभी को प्राथमिक इलाज के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह कर्नाटक के बेल्लारी से यात्रा की शुरुआत हुई. यहां से यात्रा मौका नामक स्थान पर पहुंची. यात्रा में शामिल कुछ कार्यकर्ता पार्टी का झंडा और लोहे की छड़ पकड़े हुए थे. इनमें से ही 4 लोग करंट की चपेट में आ गए. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि मौके पर मौजूद एंबुलेंस के डॉक्टर्स ने शुरुआती इलाज किया3 और घायलों को अस्पताल रेफर कर दिया.

12 राज्यों से गुजरेगी यात्रा

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्यकुमारी से शुरू हुई थी. 3750 किमी का सफर पूरा करने के बाद यह यात्रा जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में खत्म होगी. यात्रा में शामिल सभी सदस्य इस दौरान 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरेंगे.

जनता से जुड़े मुद्दों पर फोकस

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का फोकस जनता से जुड़े मुद्दों पर है. राहुल इस यात्रा के दौरान कई मौकों पर बेरोजगारी, किसानों की कर्जमाफी, बेहतर शिक्षा जैसे मुद्दे उठा चुके हैं. उन्होंने कर्नाटक में यह सवाल भी उठाया था कि राज्य के लोग कन्नड़ भाषा में एग्जाम टेस्ट क्यों नहीं दे सकते.

चार राज्यों को पार कर गई यात्रा

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई और चार राज्यों – तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से पार हो गई है. भारत जोड़ो यात्रा 9 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी.

महाराष्ट्र: शरद पवार कर सकते हैं स्वागत

कांग्रेस सूत्र दावा कर रहे हैं कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार और उनकी बेटी लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत कर सकते हैं. यह दूसरा मौका होगा जब कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में विपक्ष का कोई शीर्ष नेता नजर आएगा. इससे पहले 7 सितंबर को तमिलनाडु के सीएम और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन को यात्रा शुरू होने पर कन्याकुमारी में राहुल गांधी को तिरंगा सौंपते हुए देखा गया था.

पहली बार किसान देंगे GST

एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने कहा था कि पहली बार किसानों को जीएसटी देना पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा था कि एक तरफ बेरोजगारी तो दूसरी तरफ महंगाई है. अपने पूरे भ्रमण के दौरान मैं किसानों से मिलता रहा हूं और उनसे उनकी स्थिति के बारे में पूछ रहा हूं. किसान बिना मदद के पैसा नहीं कमा सकते. और किसानों की मदद करने के बजाय पहली बार भारत के किसानों को जीएसटी देना होगा. ये स्थिति हमारे देश भर के किसान झेल रहे हैं.

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