मध्य प्रदेश में कांग्रेस मिशन 2023 में सफलता के लिए महिलाओं पर करेगी फोकस…

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी हैं। पांच साल पहले मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के बाद बगावत की वजह से इसे गंवा चुकी कांग्रेस ने मिशन 2023 में सफलता के लिए आधी आबादी पर फोकस करने का प्लान बनाया है। पिछले साल उत्तर प्रदेश में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान से पार्टी को भले ही वोटों के लिहाज से खास सफलता ना मिली हो, लेकिन पार्टी रणनीतिकारों का का मानना है कि मध्य प्रदेश में हालात अलग हैं और इसलिए पार्टी यहां महिला वोटर्स को ध्यान में रखकर प्लान बना रही है। 

महिलाओं के लिए अलग घोषणापत्र
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने महिलाओं के लिए अलग से घोषणापत्र लाने का फैसला किया है। पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अगुआई में हुई बैठक में महिलाओं के लिए अलग घोषणापत्र जारी करने का फैसला लिया गया है, जिसे ‘प्रियदर्शिनी’ नाम दिया जाएगा। वचनपत्र अडवाइजरी कमिटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने कहा, ‘प्रियदर्शिनी महिलाओं के लिए अलग घोषणा पत्र होगा, जबकि एक सामान्य घोषणा पत्र भी अलग से जारी किया जाएगा। समाज के अलग-अलग वर्गों से संबंधित बातों पर विचार के लिए 10 उपसमिति का गठन किया गया है।’

भाजपा को खूब मिल रहा महिलाओं का साथ 
राजेंद्र सिंह ने बताया कि उपसमितियों की बैठक एक महीने बाद होगी। कांग्रेस ने पिछले साल मई में यह भी कहा था कि पार्टी हर जिले के लिए अलग घोषणापत्र लाएगी। प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होने जा रहा है और पार्टी की कोशिश एक बार फिर यहां सत्ता में लौटने की है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो जिस तरह 2014 के बाद भाजपा ने महिला वोटर्स के बीच में अपने पैठ बनाई है, उसका कई चुनावों में भगवा पार्टी को फायदा हुआ है। उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना में महिलाओं को तरजीह, जनधन खाते जैसे योजनाओं के बाद भाजपा को महिला वोटर्स का साथ मिल रहा है। खुद पीएम मोदी ने कई बार इस बात को सार्वजनिक मंचों से स्वीकार किया है कि पार्टी की असली ताकत अब महिलाएं बन चुकी हैं। 

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