कानपुर में बेहद बढ़ता जा रहा बंदरों का आंतक, पुलिस प्रशासन भी है परेशान

जिस पुलिस के सामने आने से बड़े-बड़े डरते हैं, उसकी नाक में भी कानपुर के बंदरों ने दम कर रखा है। इसका खुलासा हुआ शुक्रवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय के आसपास के पेड़ों को देखने के बाद, इन पर लंगूरों के बड़े-बड़े पोस्टर-होर्डिंग इस तरह से लगाए गए हैं, जिन्हें देखकर यही अहसास होता है कि पेड़ पर लंगूर बैठे हैं। यह सब किया गया है बंदरों के आतंक से छुटकारा पाने के लिए।

पुलिस ऑफिस के कर्मचारी इन दिनों बंदरों से काफी परेशान हैं। इस परिसर में पुलिस कमिश्नर, ज्वाइंट सीपी, डीसीपी वेस्ट के ऑफिस समेत दर्जनों और ऑफिस हैं जहां सैकड़ों गाड़ियां भी खड़ी होती हैं। वैसे तो बंदरों का आतंक यहां काफी लंबे समय से है लेकिन इन दिनों कुछ ज्यादा ही आतंक मचा रखा है। वे कभी दफ्तर में रखी फाइलों को फाड़ देते हैं तो कभी उनको लेकर भाग जाते हैं। थोड़ी सी सावधानी हटते ही बंदर यहां आने वाले फरियादियों पर झपट पड़ते हैं और उनके झोले लेकर भाग जाते हैं। गाड़ियों की सीट फाड़ देते हैं। सबको सुरक्षित रखने का आश्वासन देने वाली पुलिस अपने ही ऑफिस के सामान और फरियादियों को इन बंदरों से नहीं बचा पाती है। नगर निगम को कई बार सूचना दी गई लेकिन कुछ नहीं हुआ।

दरअसल, बंदरों का आंतक बेहद ही बढ़ता जा रहा है। ऐसे में वन विभाग से बंदरों को पकड़ने के लिए भी कहा गया है। लेकिन इश मामले में भी बड़ा एक्शन नहीं लिया जा रहा है। बंदरों को पकड़कर सही जगह छोड़ने के लिए इंतजाम करने होते हैं जिस कारण खर्चा भी होता है। इन्हीं कारणों से बंदरों को पकड़ने का इंतजाम नहीं हो पा रहा है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने खुद ही हल निकाले हैं।

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