काबुल एंबुलेंस में हुए बम धमाके में अबतक 102 की मौत, 150 से ज्यादा घायल

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आत्मघाती हमलावर ने शनिवार को भीड़भाड़ वाले राजनयिक इलाके में विस्फोटक भरी एंबुलेंस को उड़ा दिया। इससे 102 लोगों की मौत हो गई और 158 अन्य घायल हो गए।

यह हाल के वर्षों में काबुल में हुए बड़े विस्फोटों से शामिल है। आतंकी संगठन तालिबान ने विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। काबुल में एक हफ्ते में उसका यह दूसरा हमला है। अफगान सरकारी मीडिया सेंटर के निदेशक बारयालाई हिलाली ने कहा कि मृतकों संख्या बढ़ सकती है क्योंकि घायलों में कई की हालत गंभीर है।

विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास की कम ऊंचाई वाली इमारतें ध्वस्त हो गईं। जबकि दो किमी दूरी पर स्थित इमारतों की खिड़कियां हिल गईं और 100 मीटर के दायरे में स्थित इमारतों के शीशे चटख गए। घटना स्थल पर मृतकों के अंग बिखरे पड़े थे।

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चारोंतरफ अफरातफरी मच गई और जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागे। इलाके में भारतीय काउंसलर ऑफिस, स्वीडन एवं हालैंड के दूतावास और यूरोपीय यूनियन (ईयू) के कार्यालय हैं।

अफगान गृह मंत्रालय के उपप्रवक्ता नसरत रहीमी ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने चेकप्वाइंट से बचने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया। एक चेकप्वाइंट पर मरीज को अस्पताल ले जाने की बात कह कर वह निकल गया। दूसरे चेकप्वाइंट पर पकड़े जाने पर उसने एंबुलेंस को विस्फोट से उड़ा दिया।

रहीमी ने हमले के लिए लिए तालिबान समर्थक हक्कानी नेटवर्क को जिम्मेदार बताया और कहा कि चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पिछले साल मई में जर्मन दूतावास के नजदीक विस्फोट के बाद यह दूसरा बड़ा हमला है। उस हमले में 150 लोग मारे गए थे।

अफगान तालिबान ने एक सप्ताह पहले काबुल के एक होटल पर हमला किया था जिसमें 22 लोग मारे गए थे। इनमें अधिकतर विदेशी थे। गौरतलब है कि शनिवार सुबह ही विदेशी नागरिकों के लिए अलर्ट जारी में कहा गया था कि आतंकी संगठन आइएस बाजारों, दुकानों और विदेशियों द्वारा अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले होटलों को निशाना बना सकता है।

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